J&K: 2016 में घाटी में 3 गुना बढे दंगों की घटनाएं, राज्य सरकार के आंकड़ों से हुआ खुलासा

Update: 2017-03-05 14:55 GMT

जम्मू: वर्षों से अशांत जम्मू-कश्मीर में हिंसा और आगजनी जैसी घटनाएं लगातार बढ़ती ही जा रही हैं। ये हम नहीं राज्य सरकार की ओर से जारी हालिया आंकड़े बताते हैं। आंकड़ों की मानें तो राज्य में पिछले साल तीन गुना दंगों और आगजनी की घटनाएं हुईं। गौरतलब है कि हिजबुल मुजाहिद्दीन के आतंकी बुरहान वानी की मौत के बाद जम्मू-कश्मीर में 5 महीनों का बंद भी रहा।

ये हैं आंकड़े:

-राज्य पुलिस के क्राइम ब्रांच द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर में पिछले साल दंगों की 3,404 घटनाएं हुई हैं।

-वहीं, साल 2015 में राज्य में इस तरह की 1,157 घटनाएं दर्ज की गई थीं।

-इसके अलावा साल 2016 में पुलिस ने आगजनी की 267 घटनाओं को दर्ज किया है, जो 2015 में 147 थीं।

-अपराध शाखा के अधिकारियों ने दंगों और आगजनी की बढ़ती घटनाओं के पीछे बुरहान वानी की मौत को कारण बताया।

-इसके अलावा राज्य में खुदकुशी की कोशिश के मामले भी एक साल में 143 बढ़ गए हैं।

इन मामलों में आंकड़े बेहतर:

-जारी आंकड़ों के मुताबिक, साल 2015 और 2016 में पुलिस हिरासत में किसी की मौत नहीं हुई।

-पिछले साल सांप्रदायिक दंगों की घटनाएं भी राज्य में ज्यादा हुईं।

-इसी तरह साल 2015 में ऐसे 4 मामले थे। जबकि 2016 में ऐसे 6 मामले दर्ज किए गए हैं।

-वहीं गैरकानूनी गतिविधियां अधिनियम के तहत साल 2016 में 146 मामले दर्ज किए गए हैं जो वर्ष 2015 में 44 थे।

पथराव की घटनाएं उ. कश्मीर में ज्यादा

-राज्य के गृह मंत्रालय के आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2016 में कश्मीर में पथराव की घटनाएं भी बढ़ी हैं।

-राज्य में ऐसी कुल 2,690 घटनाएं हुई हैं।

-सर्वाधिक 1,248 घटनाएं उत्तर कश्मीर में हुई।

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