Shehla Rashid: शेहला रशीद का बदल गया रुख, मोदी सरकार की शान में पढ़े कसीदे, कहा-कश्मीर में मानवाधिकार का रिकॉर्ड सुधरा
JNU Shehla Rashid: मोदी सरकार और भाजपा की नीतियों की कट्टर आलोचकों में गिनी जाने वाली शेहला रशीद ने एक ट्वीट में सरकार को सराहा।
JNU Shehla Rashid: कभी मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने वाली जेएनयू की पूर्व छात्र नेता शेहला रशीद का रुख बदल गया है। कभी उनका नाम जेएनयू के टुकड़े-टुकड़े गैंग से जोड़ा जाता था और उन्होंने जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने का तीखा विरोध किया था मगर अब वे मोदी सरकार की शान में कसीदे पढ़ने लगी हैं। मोदी सरकार और भाजपा की नीतियों की कट्टर आलोचकों में गिनी जाने वाली शेहला रशीद ने एक ट्वीट में कहा है कि कश्मीर में मानवाधिकार रिकॉर्ड लगातार सुधार रहे हैं।
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने वाली शेहला रशीद अपनी याचिका पहले ही वापस ले चुकी हैं। उन्होंने ऊर्जा और प्रदूषण जैसे मुद्दों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों की खुलकर तारीफ की है। उन्होंने कहा कि कश्मीर के माहौल में अब काफी सुधार आया है और अब घाटी की नई पीढ़ी को संघर्ष के माहौल में नहीं बड़ा होना पड़ेगा। शेहला रशीद के इस बदले हुए रुख की सियासी हल्का में खूब चर्चा हो रही है।
कश्मीर में हालात सुधरने का दावा
जेएनयू की पूर्व छात्र नेता राशीद ने हिजबुल आतंकवादी के भाई रईस मट्टू का एक वीडियो शेयर करते हुए जम्मू-कश्मीर में हालात सुधरने की बात कही है। मट्टू ने स्वतंत्रता दिवस में से पहले जम्मू-कश्मीर के सोपोर में अपने घर पर तिरंगा फहराया था। मट्टू ने तिरंगा फहराने के साथ ही यह भी दावा किया था कि उन्होंने बिना किसी दबाव के राष्ट्रीय ध्वज फहराया है।
रईस मट्टू का यह वीडियो भी मीडिया में सुर्खियां बना था। रईस मट्टू का यह वीडियो शेयर करते हुए शहला रशीद ने लिखा है कि इसे स्वीकार करना भले ही असुविधाजनक लग रहा हो, लेकिन नरेंद्र मोदी सरकार और एलजी प्रशासन के तहत कश्मीर में मानवाधिकार रिकॉर्ड में सुधार हुआ है। मेरा मानना है कि सरकार के स्पष्ट रुख ने कुल मिलाकर लोगों की जान बचाने में मदद की है। यह मेरा दृष्टिकोण है।
ऊर्जा और प्रदूषण के मुद्दों पर मोदी सरकार की तारीफ
इसके साथ ही जेएनयू की पूर्व छात्र नेता रशीद ने ऊर्जा और प्रदूषण जैसे क्षेत्रों में मोदी सरकार की नीतियों की तारीफ की है। उन्होंने अपने ट्वीट में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से लाल किले पर दिए गए भाषण का जिक्र किया है।
However inconvenient it may be to admit this, the human rights record in Kashmir has improved under the @narendramodi government and @OfficeOfLGJandK administration. By a purely utilitarian calculus, the govt's clear stance has helped save lives overall. That's my angle. https://t.co/O6zpqHBOwT
— Shehla Rashid (@Shehla_Rashid) August 15, 2023
उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है कि जैसा कि प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में कहा, भारत वास्तव में ऊर्जा परिवर्तन के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। इस तथ्य को देखते हुए कि भारत ऐतिहासिक रूप से प्रदूषण फैलाने वाले देशों में नहीं रहा है। इस लिहाज से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सक्रिय दृष्टिकोण सराहनीय है।
मोदी सरकार की प्रखर आलोचक रही हैं शेहला
शेहला रशीद के रुख में आया यह बदलाव चर्चा का विषय बना हुआ है। पिछले चार वर्षों के दौरान उनके विचारों में व्यापक रूप से बदलाव दर्ज किया गया है। जेएनयू से पीएचडी करने वाली शेहला रशीद को पहले मोदी सरकार के कट्टर आलोचक के रूप में देखा जाता था। उन्होंने हिंदुत्व, सांप्रदायिकता, आर्थिक नीतियों और जम्मू कश्मीर के मुद्दे पर मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा था।
जेएनयू में टुकड़े-टुकड़े गैंग की चर्चा के दिनों में भी शेहला रशीद का नाम सुर्खियों में आया था। कन्हैया कुमार और उमर खालिद की गिरफ्तारी के बाद उन्होंने केंद्र सरकार और दिल्ली पुलिस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। मोदी सरकार के खिलाफ उनके भाषणों के वीडियो से सोशल मीडिया भरा हुआ है।
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने का उन्होंने तीखा विरोध किया था। उन्होंने केंद्र सरकार के साथ ही सेना पर भी आरोप लगाए थे। सेना पर आरोप लगाने के बाद उनके खिलाफ राजद्रोह का मुकदमा भी दर्ज किया गया था मगर अब उनका रुख पूरी तरह बदल गया है।
सुप्रीम कोर्ट से याचिका भी ले ली थी वापस
उनके रुख में बदलाव का पहला संकेत कुछ समय पूर्व मिला था। दरअसल अनुच्छेद 370 हटाए जाने को उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी, लेकिन इस साल जुलाई में आईएएस अफसर शाह फैजल और शेहला रशीद ने अपनी याचिकाएं वापस ले ली थीं। अब मोदी सरकार की तारीफ में किए गए ट्वीट ने हर किसी को चौंका कर रख दिया है। सियासी हलकों में भी शेहला रशीद के इस बदले हुए रुख की खूब चर्चा हो रही है।