चिन्मयानंद केस में आया नया मोड़, सुप्रीम कोर्ट के जज ने कही ये बात
यूपी के चर्चित भाजपा के पूर्व सांसद व पूर्व मंत्री चिन्मयानंद के द्वारा एक लड़की के यौन उत्पीड़न के मामले की सुनवाई में आज एक नया मोड़ आया है। सुप्रीम...
लखनऊ। यूपी के चर्चित भाजपा नेता व पूर्व सांसद स्वामी चिन्मयानंद के द्वारा एक लड़की के यौन उत्पीड़न के मामले की सुनवाई में आज एक नया मोड़ आया है। सुप्रीम कोर्ट के जज जस्टिस आर. भानुमति ने खुद को इस मामले की सुनवाई से अलग कर लिया है। अब इस मामले की सुनवाई शीर्ष अदालत की नई पीठ करेगी।
ये भी पढ़ें-कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद बोले- दिल्ली में शांति लाना नहीं चाहती है केंद्र सरकार
बता दें कि शाहजहांपुर रेप मामले में पीड़िता के पिता ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल करने मामले की सुनवाई उत्तर प्रदेश से दिल्ली ट्रांसफर करने की गुहार लगाई है। साथ ही पीड़िता ने इलाहाबाद हाईकोर्ट द्वारा चिन्मयानंद को जमानत दिए जाने के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी।
जस्टिस आर. भानुमति ने इस केस से खुद को अलग कर लिया है
इस मामले की सुनवाई से भी जस्टिस आर. भानुमति ने खुद को अलग कर लिया है। बता दें कि बीते 28 फरवरी को पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री चिन्मयानंद पर रेप का आरोप लगाने वाली लॉ स्टूडेंट ने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल कर केस को लखनऊ से ट्रांसफर करने की अपील की थी। साथ ही पीड़िता ने अपनी जान को भी खतरा बताया था।
मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में आज यानि सोमवार को सुनवाई होनी वाली थी, लेकिन इससे पहले ही जस्टिस आर. भानुमति ने सुनवाई से खुद को अलग कर लिया। जानकारी के अनुसार रेप पीड़िता ने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल कर कहा था कि उसके केस को लखनऊ से ट्रांसफर किया जाए।
ये भी पढ़ें-प्रदूषण को लेकर सरकार का बड़ा फैसला, जानिए इसके बारे में
उसने कहा था कि केस का ट्रायल लखनऊ से कहीं बाहर (दिल्ली) किया जाए। यहां उसकी जान को खतरा है। पीड़िता की अपील पर सुप्रीम कोर्ट ने इसे सुनवाई के लिए मंजूर कर लिया। सुप्रीम कोर्ट मामले में अब दो मार्च को सुनवाई करेगा। साथ ही कोर्ट ने तब तक छात्रा को सुरक्षा मुहैया कराने का निर्देश जारी किया था।
चिन्मयानंद पर लगे थे ये आरोप
बता दें कि शाहजहांपुर के एसएस लॉ कॉलेज में पढ़ने वाली एलएलएम की एक छात्रा ने चिन्मयानंद के ऊपर किडनैपिंग और शारीरिक शोषण का आरोप लगाया था। पीड़ित लड़की ने फेसबुक पर वीडियो बनाकर डाला था जिसमें उसने चिन्मयानंद के पर कई लड़कियों की जिंदगी बर्बाद करने का आरोप लगाया था।
ये भी पढ़ें- कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद बोले- दिल्ली में शांति लाना नहीं चाहती है केंद्र सरकार
उसके बाद पीड़िता रहस्यमय तरीके से गायब हो गई थी। जिसके बाद उसके पिता ने इस संबंध में चिन्मयानंद के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई थी।
चिन्मयानंद सबसे पहली बार बीजेपी के टिकट पर सांसद बने थे
73 वर्षीय चिन्मयानंद का जन्म यूपी के गोंडा जिले में हुआ था। उनका ताल्लुक अवध के राजघराने से है। चिन्मयानंद ने लखनऊ यूनिवर्सिटी से एमए किया है। वो अविवाहित हैं। वर्ष 1991 में चिन्मयानंद सबसे पहली बार बीजेपी के टिकट पर बदायूं संसदीय क्षेत्र से जीत हासिल कर संसद पहुंचे थे।
वर्ष 1998 में उन्होंने मछलीशहर से जीत हासिल की। इसके बाद 1999 के चुनाव में इन्होंने जौनपुर सीट से जीत हासिल की। वाजपेयी सरकार में ये गृह राज्य मंत्री बनाए गए थे।