Kangana Ranaut पर बयान देकर बुरी फंसीं सुप्रिया श्रीनेत, चुनाव आयोग ने भेजा कारण बताओ नोटिस...दें जवाब
Supriya Shrinet vs Kangana Ranaut: एक्ट्रेस कंगना रनौत पर अभद्र टिप्पणी मामले में सुप्रिया श्रीनेत को चुनाव आयोग ने तगड़ा झटका दिया है। आयोग ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
EC Show-Cause Notices to Supriya Shrinet: बॉलीवुड एक्ट्रेस और अब हिमाचल प्रदेश की मंडी लोकसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार कंगना रनौत (Kangana Ranaut) पर अभद्र टिप्पणी मामले में कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत (Congress leader Supriya Shrinet) को बड़ा झटका लगा है। दरअसल, चुनाव आयोग ने बुधवार (27 मार्च) को उन्हें नोटिस जारी किया है। चुनाव आचार संहिता उल्लंघन (Election Code of Conduct Violation) मामले में श्रीनेत को यह नोटिस जारी हुआ है।
इलेक्शन कमिशन ने सुप्रिया श्रीनेत को 29 मार्च शाम 5 बजे तक अपना जवाब देने का समय दिया है। आपको बता दें, सुप्रिया मौजूदा वक्त में कांग्रेस के सोशल मीडिया विभाग की प्रभारी हैं। उनके कंगना पर दिए बयान की चारों ओर भर्त्सना हो रही है।
सुप्रिया श्रीनेत ने कंगना पर क्या कहा?
कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर 25 मार्च को बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत को लेकर एक भद्दा पोस्ट किया था। जिसके बाद वो भारतीय जनता पार्टी (BJP) सहित देश के कई लोगों के निशाने पर आ गईं। इसके बाद जब विवाद बढ़ा तो सुप्रिया श्रीनेत को वह पोस्ट डिलीट कर दिया। सुप्रिया श्रीनेत ने पोस्ट में कंगना की एक तस्वीर के साथ लिखा था कि 'मंडी में क्या भाव चल रहा है, कोई बताएगा क्या? यह पोस्ट देखते ही देखते वायरल हो गया। दरअसल, कंगना रनौत को बीजेपी ने हिमाचल प्रदेश की मंडी सीट से मैदान में उतारा है। इसी पर श्रीनेत ने पोस्ट किया। जब सुप्रिया श्रीनेत और कांग्रेस की सोशल मीडिया ट्रोल होने लगी तो सुप्रिया श्रीनेत ने अपना विवादित पोस्ट डिलीट कर दिया।
कंगना रनौत ने दी प्रतिक्रिया
सुप्रिया श्रीनेत के पोस्ट के जवाब में कंगना रनौत ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने भी एक्स पोस्ट लिखा। जिसमें- 'प्रिय सुप्रिया जी, एक कलाकार के रूप में अपने करियर के पिछले 20 वर्षों में मैंने हर तरह की महिला किरदार को निभाया। 'क्वीन' में एक भोली-भाली लड़की से लेकर 'धाकड़' में एक आकर्षक जासूस तक। 'मणिकर्णिका' में एक देवी से लेकर, 'चंद्रमुखी' में एक राक्षस तक। रज्जो में एक वेश्या से लेकर, 'थलाइवी' में एक क्रांतिकारी नेता तक का। हमें अपनी बेटियों को पूर्वाग्रहों के बंधनों से मुक्त करना चाहिए। हमें उनके शरीर के अंगों के बारे में जिज्ञासा से ऊपर उठना चाहिए। सबसे ऊपर, हमें यौनकर्मियों के चुनौतीपूर्ण जीवन या परिस्थितियों का उपयोग करने से बचना चाहिए। किसी प्रकार के दुर्व्यवहार या अपशब्द के रूप में…हर महिला अपनी गरिमा की हकदार है।'
BJP MP दिलीप घोष को भी EC का नोटिस
दूसरी तरफ, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर टिप्पणी मामले में पश्चिम बंगाल से भाजपा सांसद दिलीप घोष को भी चुनाव आयोग ने नोटिस भेजा है। उन पर ममता बनर्जी के खिलाफ विवादित और निजी बयान देने का आरोप है। दिलीप घोष को भी सीएम के खिलाफ असंसदीय टिप्पणी मामले में 29 मार्च की शाम 5 बजे तक चुनाव आयोग में जवाब देने को कहा है। TMC की ओर से आरोप लगाया गया है कि बंगाल बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष दिलीप घोष ने टीएमसी के चुनावी नारे 'बांग्ला निजेर मेयेके चाई' (बंगाल अपनी बेटी चाहता है) का मजाक उड़ाया है।