Delhi Election 2025: दिल्ली के चुनावी परिदृश्य से कन्हैया कुमार गायब, कांग्रेस में उठने लगे सवाल, आखिर क्या है इसका कारण?

Delhi Election 2025: कन्हैया कुमार ने विधानसभा चुनाव से दूरी बना रखी है। कन्हैया कुमार जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष रहे हैं और उनकी लोकप्रियता भुनाने के लिए ही कांग्रेस ने उन्हें पिछले लोकसभा चुनाव में दिल्ली से उतारा था।;

Written By :  Anshuman Tiwari
Update:2025-01-15 10:03 IST

कन्हैया कुमार  (photo: social media ) 

Delhi Election 2025: दिल्ली के विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार की नामौजूदगी चर्चा का विषय बनी हुई है। कन्हैया कुमार ने पिछला लोकसभा चुनाव दिल्ली की नॉर्थ ईस्ट सीट से ही लड़ा था मगर मौजूदा विधानसभा चुनाव में वे अभी तक पूरी तरह गायब हैं। मौजूदा विधानसभा चुनाव कांग्रेस के लिए सियासी नजरिए से काफी अहम माना जा रहा है मगर इसके बावजूद कन्हैया कुमार कांग्रेस के चुनाव प्रचार में कहीं नहीं दिख रहे हैं।

कांग्रेस में राहुल गांधी और अन्य पार्टी नेताओं ने आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल के खिलाफ जोरदार मुहिम छेड़ रखी है मगर कन्हैया कुमार का चुनावी गतिविधियों से दूर होना बड़ा सवाल बन गया है और इसके सियासी मायने तलाशे जा रहे हैं।

लोकसभा चुनाव में दिल्ली से लड़े थे कन्हैया कुमार

दिल्ली का विधानसभा चुनाव कांग्रेस के लिए इसलिए भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि विपक्ष के सारे नेताओं ने कांग्रेस को छोड़कर आम आदमी पार्टी का समर्थन कर दिया है। ऐसे में कांग्रेस इंडिया गठबंधन में ही अलग-अलग पड़ती हुई दिख रही है। इसके बावजूद कन्हैया कुमार ने विधानसभा चुनाव से दूरी बना रखी है। कन्हैया कुमार जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष रहे हैं और उनकी लोकप्रियता भुनाने के लिए ही कांग्रेस ने उन्हें पिछले लोकसभा चुनाव में दिल्ली से उतारा था।

कांग्रेस ने कन्हैया कुमार को नॉर्थ ईस्ट लोकसभा क्षेत्र में भाजपा के कद्दावर नेता मनोज तिवारी के खिलाफ टिकट दिया था। हालांकि कन्हैया कुमार को इस चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था। इसके पहले 2019 के लोकसभा चुनाव में कन्हैया कुमार बिहार के बेगूसराय सीट से चुनाव लड़े थे मगर उस समय भी उन्हें भाजपा के गिरिराज सिंह के सामने हार का सामना करना पड़ा था। 2024 में भी कन्हैया कुमार बिहार से ही चुनाव लड़ना चाहते थे मगर राजद नेता तेजस्वी यादव के विरोध के चलते उन्हें दिल्ली से चुनाव लड़ना पड़ा था।


सिर्फ एक पोस्ट में कांग्रेस को वोट देने की बात

कन्हैया कुमार ने न केवल कांग्रेस के चुनाव प्रचार से दूरी बना रखी है बल्कि उन्होंने सोशल मीडिया पर भी ज्यादा सक्रियता नहीं दिखाई है। 2025 के दौरान उन्होंने अभी तक सिर्फ चार पोस्ट किए हैं और इस दौरान सिर्फ एक पोस्ट में ही उन्होंने कांग्रेस के समर्थन में मतदान की बात कही है। दिल्ली विधानसभा चुनाव के संबंध में 7 जनवरी को अपनी पोस्ट में कन्हैया ने कहा है कि मतदान की तारीख है 5 फरवरी, बदलाव के लिए कांग्रेस है जरूरी। इसके अलावा अपनी तीन अन्य पोस्ट में उन्होंने कांग्रेस या विधानसभा चुनाव का कोई जिक्र नहीं किया है।


राहुल गांधी के करीबी हैं कन्हैया कुमार

अब ऐसे में सवाल उठाए जा रहा है कि आखिरकार कन्हैया कुमार ने कांग्रेस के चुनाव प्रचार से दूरी क्यों बना रखी है? यह भी पूछा जा रहा है कि क्या कांग्रेस के भीतर गुटबाजी के कारण ही कन्हैया कुमार कांग्रेस के चुनाव प्रचार से दूर बने हुए हैं? कन्हैया कुमार को कांग्रेस में राहुल गांधी का करीबी माना जाता रहा है और उन्होंने राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में भी सक्रिय भूमिका निभाई थी। राहुल गांधी की पदयात्रा के दौरान अन्य नेताओं के साथ वे भी शामिल थे।


आखिर क्या है कन्हैया की नाराजगी का कारण

इससे पूर्व जेएनयू छात्रसंघ के अध्यक्ष के रूप में भी कन्हैया कुमार काफी चर्चित हुए थे। हालांकि इस दौरान उन पर देश विरोधी नारे लगाने का आरोप भी लगा था। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने तो दिल्ली में कांग्रेस के चुनाव प्रचार का श्रीगणेश कर दिया है मगर कन्हैया कुमार का प्रचार से दूर रहना तमाम सवाल पैदा कर रहा है।

सियासी जानकारों का मानना है कि दिल्ली कांग्रेस में चल रही गुटबाजी की वजह से ही कन्हैया कुमार चुनाव प्रचार से दूर बने हुए हैं। कन्हैया कुमार जब खुद चुनाव लड़े थे तो उन्हें भी इस गुटबाजी का शिकार होना पड़ा था।

दिल्ली में विधानसभा चुनाव के लिए 5 फरवरी को वोटिंग होने वाली है और ऐसे में अब चुनाव प्रचार के लिए काफी कम दिन बचे हैं। ऐसे में अब यह देखने वाली बात होगी कि चुनाव प्रचार को लेकर कन्हैया कुमार आने वाले दिनों में क्या रुख अपनाते हैं।

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