Karnataka: कर्नाटक में सीएम पद को लेकर कांग्रेस में घमासान, खड़गे के बेटे प्रियांक ने भी ठोका दावा, सिद्धारमैया के बयान पर शुरू हुई बहस

Karnataka Politics: कांग्रेस नेताओं की बयानबाजी से मुख्यमंत्री सिद्धारमैया सतर्क हो गए हैं। उन्होंने खुद को राज्य का मुख्यमंत्री बताते हुए यहां तक दावा कर डाला है कि मैं ही पांच साल तक राज्य का मुख्यमंत्री बना रहूंगा।

Written By :  Anshuman Tiwari
Update:2023-11-04 09:55 IST

Karnataka politics (photo: social media )

Karnataka Politics: कर्नाटक में कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं क्योंकि मुख्यमंत्री पद को लेकर लगातार बयानबाजी का दौर जारी है। राज्य में कांग्रेस को सत्ता में आए अभी छह महीने भी नहीं बीते हैं मगर मुख्यमंत्री पद को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। मजे की बात यह है कि अब कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे प्रियांक खड़गे ने भी सीएम पद को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि मैं राज्य के मुख्यमंत्री पद की कमान संभालने को पूरी तरह तैयार हूं।

कांग्रेस नेताओं की बयानबाजी से मुख्यमंत्री सिद्धारमैया सतर्क हो गए हैं। उन्होंने खुद को राज्य का मुख्यमंत्री बताते हुए यहां तक दावा कर डाला है कि मैं ही पांच साल तक राज्य का मुख्यमंत्री बना रहूंगा। कई मंत्री भी सिद्धारमैया के समर्थन में उतर आए हैं। दूसरी ओर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बीके हरिप्रसाद मुख्यमंत्री सिद्धारमैया से नाराज बताए जा रहे हैं। सिद्धारमैया के सीएम बनने के बाद वे कई बार उनके खिलाफ बयानबाजी कर चुके हैं।

प्रियांक ने कहा-सीएम पद संभालने को तैयार

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे और कर्नाटक के आईटी मंत्री प्रियांक खड़गे ने शुक्रवार को मीडिया से बातचीत के दौरान सीएम पद को लेकर बड़ा बयान दिया। मुख्यमंत्री बनने की संभावनाओं के संबंध में पूछे जाने पर प्रियांक का कहना था कि अगर हाईकमान की ओर से उन्हें यह बड़ी जिम्मेदारी दी जाती है तो वे राज्य के मुख्यमंत्री पद की कमान संभालने के लिए तैयार हैं।

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प्रियांक की ओर से दिए गए इस बयान को लेकर पार्टी का एक धड़ा नाराज बताए जा रहा है। इन नेताओं का कहना है कि इस तरह की बयानबाजी के कारण कांग्रेस और सरकार की छवि धूमिल हो रही है। ऐसी बयानबाजी से सिद्धारमैया के भविष्य को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं। इन नेताओं का कहना है कि पार्टी नेतृत्व को इस तरह की बयानबाजी पर तत्काल रोक लगनी चाहिए।


ढाई-ढाई साल के कार्यकाल पर शुरू हुई बहस

कांग्रेस नेताओं की इस बयानबाजी के बीच मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने भी बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि मैं कांग्रेस सरकार के पूरे कार्यकाल यानी पांच वर्ष तक राज्य का मुख्यमंत्री बना रहूंगा। पत्रकारों की ओर से ढाई साल बाद सीएम बने रहने की संभावनाओं के संबंध में सवाल पूछे जाने पर सिद्धारमैया ने यह बात कही। पत्रकारों के इस सवाल पर सिद्धारमैया कुछ नाराज भी नजर आए।

मुख्यमंत्री की ओर से किए गए इस दावे के बाद पार्टी में ढाई-ढाई साल के कार्यकाल को लेकर बहस भी तेज हो गई है। पार्टी नेताओं के एक वर्ग का मानना है कि ढाई साल बाद राज्य के वरिष्ठ नेता और डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार को मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी सौंपी जानी चाहिए। चुनाव के बाद भी डीके शिवकुमार ने सीएम पद को लेकर दावेदारी जताई थी जिसे लेकर कई दिनों तक खींचतान का दौर चला था।


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राज्य में ऑपरेशन कमल की तैयारी

वैसे कांग्रेस नेताओं की ओर से भाजपा पर राज्य सरकार को अस्थिर करने का आरोप भी लगाया जा रहा है। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया का आरोप है कि राज्य में ऑपरेशन कमल की तैयारी की जा रही है। भाजपा के लोग राज्य सरकार को गिराने की साजिश रच रहे हैं। डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार का भी कहना है कि कांग्रेस सरकार के खिलाफ बड़ी साजिश रची जा रही है मगर यह साजिश कभी सफल नहीं होगी।


उन्होंने कहा कि कुछ बड़ी हस्तियों की ओर से कांग्रेस विधायकों को तोड़ने की कोशिश की जा रही है। इससे पहले भाजपा ने जुलाई 2019 में कांग्रेस और जेडीएस गठबंधन की सरकार को गिराकर राज्य में अपनी सरकार बना ली थी। उस समय भाजपा ने कांग्रेस के कई विधायकों को तोड़ लिया था।

कांग्रेस नेताओं का भाजपा पर बड़ा आरोप

राज्य के मंत्री प्रियांक खड़गे का भी कहना है कि भाजपा नेताओं में हताशा दिख रही है और भाजपा नेताओं का एक वर्ग राज्य में कांग्रेस सरकार को गिराने की साजिश में जुटा हुआ है। कांग्रेस नेताओं की इस टिप्पणी से पूर्व मांड्या के कांग्रेस विधायक रवि कुमार गनीगा ने भी आरोप लगाया था कि भाजपा की ओर से कांग्रेस के चार विधायकों से संपर्क किया गया था और हर विधायक को 50 करोड़ नगद और मंत्री पद देने की पेशकश की गई थी।

मजे की बात यह है कि कांग्रेस नेताओं की ओर से एक ओर भाजपा पर सरकार गिराने की साजिश का आरोप लगाया जा रहा है तो दूसरी ओर कांग्रेस के भीतर ही मुख्यमंत्री पद को लेकर घमासान छिड़ता हुआ नजर आ रहा है।

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