Nipah Virus: केरल के कोझिकोड में आज भी बंद रहेंगे शैक्षणिक संस्थान, यूपी में जारी हो चुका अलर्ट

Nipah Virus: केरल का कोझिकोड शहर निपाह वायरस से सबसे अधिक प्रभावित है। यहां हालात ज्यादा संवेदनशील हैं, जिसे देखते हुए शहर में लॉकडाउन जैसी स्थिति है। लोगों को अपने घरों में रहने को कहा जा रहा है।

Update:2023-09-24 08:05 IST

सांकेतिक तस्वीर (सोशल मीडिया)

Nipah Virus: कोरोनावायरस महामारी को खत्म हुए करीबन दो साल होने को हैं। इस बीमारी के खौफ से उबरकर लोगों की दिनचर्या पटरी पर आई ही थी कि एक और वायरस चुनौती बनकर खड़ा हो गया है। केरल में निपाह वायरस के कहर ने लोगों को एकबार फिर परेशान कर दिया है। राज्य में एकबार कोरोना के दौर वाले हालात हो गए हैं। अस्पतालों में मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। संक्रमण के फैलाव को देखते हुए लोगों की गतिविधियों को नियंत्रित किया जा रहा है।

एक तरफ जहां पूरा देश मास्क और दो गज की दूरी जैसे कोरोना प्रोटोकॉल से अब लगभग निजात पा चुका है, वहीं दक्षिणी राज्य केरल में एकबार फिर यह प्रोटोकॉल लोगों के दिनचर्या का हिस्सा बन गया है। वायरस एक इलाके से दूसरे इलाके में न फैले इसके लिए कैंटोनमेंट जोन बनाए जा रहे हैं। राज्य में फिलहाल सक्रिय मरीजों का आंकड़ा एक हजार को पार कर चुका है। इनमें बड़ी संख्या में स्वास्थ्य कर्मी भी हैं।

कोझिकोड में आज भी बंद रहेंगे शैक्षणिक संस्थान

केरल का कोझिकोड शहर निपाह वायरस से सबसे अधिक प्रभावित है। यहां हालात ज्यादा संवेदनशील हैं, जिसे देखते हुए शहर में लॉकडाउन जैसी स्थिति है। लोगों को अपने घरों में रहने को कहा जा रहा है। पिछले दिनों एक आदेश जारी कोझिकोड के सभी शैक्षणिक संस्थानों को आज यानी 24 सितंबर तक बंद रखा गया है। इसमें स्कूल, कॉलेज और ट्यूशन सेंटर शामिल हैं। हालांकि, इस दौरान ऑनलाइन कक्षाओं में कोई पाबंदी नहीं लगाई गई।

यूपी में जारी हो चुका अलर्ट 

कोरोना की तरह निपाह भी एक संक्रामक वायरस है, जो तेजी से फैलता है। केरल के पड़ोसी राज्यों तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश के अलावा पश्चिम बंगाल में भी पिछले दिनों निपाह का एक मामला सामने आया था। जिसके बाद इन राज्यों में भी अलर्ट जारी हो चुका है। इसी प्रकार सबसे बड़ी आबादी वाले उत्तर प्रदेश में भी निपाह को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में है।

जिला अस्पताल से लेकर सीएचसी-पीएचसी को अलर्ट कर दिया गया है। संक्रमित मरीजों के लिए आइसोलेशन वार्ड बनाए गए हैं। हालांकि, राहत की बात ये है कि प्रदेश में अभी तक निपाह वायरस का एक भी मामला सामने नहीं आया है।

बता दें कि निपाह वायरस सीधे संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से फैलता है। फिलहाल इसके संक्रमण का कोई इलाज नहीं है। एक बार संक्रमण फैल जाने पर मरीज 24 से 48 घंटे तक कोमा में जा सकता है। 

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