Kerala Serial Blast Case: कोर्ट में अपना पक्ष खुद रखेगा आरोपी डोमिनिक मार्टिन, 29 नवंबर तक के लिए भेजा गया जेल
Kerala Serial Blast Case: अदालत ने आरोपी से पूछा था कि क्या उसे किसी प्रकार की कानूनी सहायता चाहिए। उसने इससे मना करते हुए कहा कि वह अपना केस खुद लड़ेगा क्योंकि अपने विचारों को वह स्वयं व्यक्त करना चाहता है।
Kerala Serial Blast Case: केरल के एर्नाकुलम स्थित एक ईसाई कन्वेंशन सेंटर में सिलसिलेवार बम धमाके के आरोपी डोमिनिक मार्टिन ने अदालत में अपना केस खुद लड़ने की इच्छा व्यक्त की है। उसे कल यानी मंगलवार 31 अक्टूबर को एर्नाकुलम प्रिंसिपल सेशन कोर्ट में पेश किया गया था। जहां उसने अपने लिए कोई वकील रखने की बजाय खुद से पैरवी करने की बात कही।
अदालत ने आरोपी से पूछा था कि क्या उसे किसी प्रकार की कानूनी सहायता चाहिए। उसने इससे मना करते हुए कहा कि वह अपना केस खुद लड़ेगा क्योंकि अपने विचारों को वह स्वयं व्यक्त करना चाहता है। इसके बाद कोर्ट ने 29 नवंबर तक के लिए उसे एर्नाकुलम जिला जेल भेज दिया।
मार्टिन ने ली थी हमले की जिम्मेदारी
बीते रविवार को केरल के एर्नाकुलम में ईसाई प्रार्थना सभा को निशाना बनाकर किए गए हमले से पूरा देश स्तब्ध था। मामले के टेरर एंगल पर चर्चा हो रही थी। यहां तक कि इसे इजरायल-हमास जंग से भी जोड़कर देखा गया क्योंकि घटनास्थल के आसपास बड़ी संख्या में यहूदी धर्म के लोग रहते हैं। पुलिस और केंद्रीय एजेंसियां तफ्तीश में जुटी ही थीं कि डोमिनिक मार्टिन ने त्रिशू जिले के कोडकारा पुलिस स्टेशन में हमले की जिम्मेदारी लेते हुए सरेंडर कर दिया।
पुलिस के पास जाने से पहले उसने एक फेसबुक लाइव किया था। जिसमें उसने हमले की जिम्मेदारी लेते हुए वजह भी बताई। हैरान कर देने वाली बात ये थी कि यहोवा विटनेस समुदाय के प्रार्थना सभा को निशाना बनाया गया था मार्टिन भी उसी से संबंध रखता है। उसने बताया कि उसे यहोवा विटनेस की विचारधारा पसंद नहीं है। वो देश के युवाओं के दिमाग में नफरत का जहर घोल रह हैं। वो देश के लिए खतरा हैं। इसलिए उनकी प्रार्थना सभा में धमाका किया गया।
Kerala blast Update News: केरल ब्लास्टः एक शख्स ने किया सरेंडर, धमाकों की ली जिम्मेदारी!
बता दें कि एर्नाकुलम बम धमाके में तीन लोगों की मौत हो गई थी, जिसमें एक 12 साल की बच्ची भी शामिल है। जबकि 40 से अधिक लोग घायल हो गए थे। जिनमें से कुछ की हालत बेहद गंभीर है। धमाके के लिए IED का इस्तेमाल किया गया था, जो कि टिफिन में रखा गया था। केरल पुलिस के अलावा एनआईए और एनएसजी घटना की जांच कर रही है।