ताजमहल की ये कड़वी सच्चाई! जानकर दंग रह जाएंगे आप
ताजमहल के अंदर 4 कब्रे बनाई गई है। ताजमहल से पहले इस स्थान पर जयपुर के महाराजा जय सिंह का अधिकार था यहां पर महल से लेकर और अनेक प्रकार की खूबसूरत चीजें बनी हुई थी। कहा तो ये भी जात है कि ताजमहल की जगह पर शिव मंदिर बना था।
आगरा: दुनिया के आठवें अजूबे ताजमहल को तो सभी लोग जानते होंगे लेकिन ताजमहल के अंदर बहुत सारे रहस्य छुपे हुए हैं जिनको शायद कोई भी नहीं जानता होगा। तो आइए हम आपको इसके बारे में कुछ अनसुलझे रहस्य...
16 वीं सदी में यमुना नदी के तट पर बना ताजमहल वाकई में अदभुत है। ताजमहल बनने के बाद शाहजहां के बेटे औरंगजेब ने आगरा के महल में अपने पिता को नजरबंद कर दिया था। वैसे तो औरंगजेब द्वारा अपने पिता को नजरबंद करने के कई किस्से और कहानियां हमें देखने को मिलते है। लेकिन कुछ लोगों का मानना है कि शाहजहां का अपनी बेटी जहांआरा से नाजायज संबंध थे। जिसके चलते जहांआरा ने अपने भाई औरंगजेब का साथ देकर अपने पिता को कैद खाने में डाल दिए थे।
ताजमहल पहले थी इनकी जमीन
ताजमहल के अंदर 4 कब्रे बनाई गई है। ताजमहल से पहले इस स्थान पर जयपुर के महाराजा जय सिंह का अधिकार था यहां पर महल से लेकर और अनेक प्रकार की खूबसूरत चीजें बनी हुई थी। कहा तो ये भी जात है कि ताजमहल की जगह पर शिव मंदिर बना था।
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उसके बाद शाहजहां ने जय सिंह से इस जगह की मांग की जिसके बदले शाहजहां ने जय सिंह को एक महल देने के साथ-साथ युद्ध में साथ देने का भी पूरा वचन दिया था। उसके बाद लगभग 3 एकड़ को खोदकर कर सीलन से बचाने के लिए कूड़ा करकट भरकर ताजमहल के नीचे 50 कुएं बनाकर बांस बल्ली लगाई गई। इसके बाद इसके ऊपर ही ताजमहल की नींव रखी गई।
ताजमहल में प्रयोग की गई है लकड़ी
ताजमहल में इस प्रकार की लकड़ी का इस्तेमाल किया गया है जो आज तक किसी भी प्रकार से खराब नहीं हुई है। और इन लकड़ियों को जितना पानी मिलता है कि उसने ज्यादा मजबूत होते जाते हैं। आज तक वैज्ञानिक इसके बारे में पता नहीं लगा पाए हैं।
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