आज के ही दिन जारी हुआ था देश का पहला डाक टिकट, जानिए अहम बातें
इतिहास में 21 नवम्बर की तारीख आजाद भारत के पहले डाक टिकट के जारी होने से जुड़ी है। देश में डाक टिकट का इतिहास उतना ही पुराना है, जितनी कि देश की आजादी। डाक टिकटों की विकास यात्रा भी बेहद दिलचस्प रहा है।
नई दिल्ली: इतिहास में 21 नवम्बर की तारीख आजाद भारत के पहले डाक टिकट के जारी होने से जुड़ी है। देश में डाक टिकट का इतिहास उतना ही पुराना है, जितनी कि देश की आजादी। डाक टिकटों की विकास यात्रा भी बेहद दिलचस्प रहा है। तो चलिए आज जानते हैं कि देश का पहला डाक टिकट कब जारी हुआ और इसके साथ कुछ अनछुए पहलू भी...
ये भी पढ़ें: एलबीएस एकेडमी में फूटा कोरोना बम, 33 ट्रेनी IAS संक्रमित, कैंपस किया गया बंद
आज ही के दिन जारी हुआ था देश का पहला डाक टिकट
स्वतंत्र भारत का पहला डाक टिकट आज ही के दिन सन 1947 में 21 नवंबर को जारी हुआ था, जिसमें तिरंगे के साथ जय हिंद लिखा हुआ था। इसका उपयोग केवल देश के अंदर डाक भेजने के लिए किया गया। इस पर भारतीय ध्वज का चित्र और जय हिंद लिखा हुआ है।
केवल देश के अंदर डाक भेजने के लिए किया गया उपयोग
हालांकि आजाद भारत का पहले डाक टिकट का उपयोग केवल देश के अंदर डाक भेजने के लिए किया गया। उस दौरान देश मे भेजे जाने वाली डाक के लिए पहले डाक टिकट पर अशोक के राष्ट्रीय चिन्ह का चित्र मुद्रित किया गया। इसकी कीमत डेढ़ आना थी। वहीं विदेश में भेजे जाने वाले पत्रों के लिए पहले डाक टिकट पर डीसी चार विमान का चित्र बना हुआ था, जिसकी कीमत बारह आना यानि 48 पैसे की थी।
डाक टिकटों में महात्मा गांधी सबसे आगे
जानकारी के लिए बता दें कि आजाद भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ऐसे पहले व्यक्ति थे, जिन पर डाक टिकट जारी किया गया था। वहीं देश में अब तक कई लोगों के नाम पर डाक टिकट जारी हो चुके हैं। इसमें से कुछ डाक टिकट प्रचलन में नहीं आए। उन्हें केवल सम्मान स्वरूप प्रकाशित किया गया है।
ये भी पढ़ें: लक्ष्मी विलास बैंक की हालत खराब, RBI के खिलाफ शेयरहोल्डर्स का बड़ा फैसला
सचिन तेंदुलकर पर भी डाक टिकट जारी
भारत के पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर का क्रिकेट में योगदान को देखते हुए उन पर भी एक टिकट जारी किया गया था। मालूम हो कि सचिन देश के पहले ऐसे जीवित व्यक्ति है, जिन पर 14 नवंबर, 2013 को डाक टिकट जारी हुआ।