जानिए किस राज्य में मुसलमानों द्वारा हिंदू नाम रखने का चलन है

तड़वी समुदाय अनुसूचित जनजाति की श्रेणी में आता है और यह समुदाय राजस्थान, गुजरात तथा मध्यप्रदेश के कुछ हिस्सों में निवास करता है। पायल तड़वी भील मुसलमान समुदाय से ताल्लुक रखती थीं।

Update:2019-05-30 18:43 IST

मुंबई: महाराष्ट्र में हाल ही में कथिततौर पर जातिगत टिप्पणियों से तंग आ कर खुदकुशी करने वाली महिला चिकित्सक पायल तड़वी के मामले ने राज्य में तड़वी भील मुसलमान आदिवासी समुदाय में हिंदू नाम रखने के चलन की ओर ध्यान खींचा है।

तड़वी समुदाय अनुसूचित जनजाति की श्रेणी में आता है और यह समुदाय राजस्थान, गुजरात तथा मध्यप्रदेश के कुछ हिस्सों में निवास करता है। पायल तड़वी भील मुसलमान समुदाय से ताल्लुक रखती थीं।

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गायनॉकलॉजी की परास्नातक छात्रा पायल ने मुंबई में सरकारी मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में पिछले साल आरक्षित श्रेणी की सीट पर प्रवेश लिया था।

पायल के गृह जिले जलगांव से ताल्लुक रखने वाले सामाजिक कार्यकर्ता बताते हैं कि तड़वी भील, भील समुदाय की एक उप-जाति है। इसमें इस्लाम कुबूल करने वालों को तड़वी भील मुलमान के तौर पर जाना जाता है।

जलगांव जिले में तड़वी भील मुसलमानों की संख्या 60 हजार से अधिक है। यह महाराष्ट्र में सर्वाधिक है। कार्यकर्ता ने बताया कि यह समुदाय मुख्य तौर पर जिले के रेवर, यवल और चोपड़ा क्षेत्र में फैला हुआ है।

कार्यकर्ता ने बताया कि इस समुदाय में जन्में नवजात का नाम इस्लाम के परंपरागत नामों पर रखा जाए यह जरूरी नहीं। इनमें सागर, समीर आदि नाम काफी आम है।

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उन्होंने बताया कि तड़वी मुसलमान इस्लाम धर्म के पालन को लेकर उतने दृढ नहीं हैं और इस्लाम के पालन के दौरान वे हिंदू संस्कृति के विभिन्न पहलुओं को भी कायम रखते हैं। उन्होंने कहा कि "इस समुदाय की बहुत सी महिलाएं साड़ी पहनती हैं।"

कार्यकर्ता ने कहा कि वे नमाज पढ़ती हैं, लेकिन मूर्तियों के समक्ष हाथ भी जोड़ती हैं।

 

(भाषा)

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