Bihar Politics: JDU अध्यक्ष पद से ललन सिंह की होगी छुट्टी! नीतीश खुद संभाल सकते हैं पार्टी की बागडोर, बिहार में सियासी हलचलें तेज

Bihar Politics: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह को पद से हटाने का बड़ा कदम उठा सकते हैं।

Written By :  Anshuman Tiwari
Update:2023-12-23 10:27 IST

Lalan Singh and Nitish kumar (photo: social media )

Bihar Politics: विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया की चौथी बैठक के बाद बिहार में इन दोनों सियासी हलचलें काफी तेज हो गई हैं। राज्य में सत्तारूढ़ जदयू में बड़े बदलाव की सुगबुगाहट तेज हो गई है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 29 दिसंबर को एक ही दिन पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी और राष्ट्रीय परिषद की महत्वपूर्ण बैठक बुलाई है। जानकार सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह को पद से हटाने का बड़ा कदम उठा सकते हैं।

सूत्रों का कहना है कि नीतीश कुमार ललन सिंह की राजद मुखिया लालू प्रसाद यादव और बिहार के मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से बढ़ती नजदीकी को लेकर खासे नाराज हैं। इस कारण उन्हें पद से हटाए जाने की संभावना जताई जा रही है। 29 दिसंबर को होने वाली महत्वपूर्ण बैठक के दौरान यह बड़ा फैसला लिया जा सकता है। सूत्रों का यह भी कहना है कि ललन सिंह की छुट्टी के बाद नीतीश कुमार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष की जिम्मेदारी खुद संभाल सकते हैं।

नीतीश के वफादारों ने दी सलाह

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ओर से जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी और राष्ट्रीय परिषद की बैठक बुलाई जाने के बाद से ही बिहार में सियासी हलचलें काफी तेज हो गई हैं। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक नीतीश कुमार को उनके करीबी वफादारों ने सलाह दी है कि पार्टी में किसी भी तरह की कलह से बचने के लिए उन्हें खुद अध्यक्ष पद की बागडोर संभालती चाहिए। पहले अशोक चौधरी यह पार्टी सांसद रमाकांत ठाकुर को पार्टी का अध्यक्ष बनाए जाने की चर्चाएं सुनी जा रही थीं मगर नीतीश के करीबियों का कहना है कि किसी और को अध्यक्ष पद सौंपने से पार्टी में कलह शुरू हो सकती है जिससे पार्टी को सियासी नुकसान उठाना पड़ सकता है।

हाल में दिल्ली में हुई इंडिया गठबंधन की बैठक के बाद नीतीश कुमार ने पार्टी के सांसदों के साथ गहराई से मंथन किया था। इंडिया गठबंधन की बैठक के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का नाम पीएम चेहरे के रूप में प्रस्तावित किए जाने से भी नीतीश नाराज बताए जा रहे हैं। हालांकि इंडिया गठबंधन की बैठक के बाद नीतीश कुमार ने पूरी तरह चुप्पी साध रखी है।

लालू से ललन सिंह की नजदीकी से नाराजगी

जानकारों के मुताबिक नीतीश कुमार ललन सिंह के कामकाज के तरीके से काफी नाराज हैं। खासतौर पर ललन सिंह की राजद मुखिया लालू प्रसाद यादव और राज्य के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से बढ़ती नजदीकी नीतीश कुमार की नाराजगी का सबसे बड़ा कारण है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि ललन सिंह 2024 का लोकसभा चुनाव फिर मुंगेर संसदीय सीट से लड़ना चाहते हैं और वे राजद के टिकट पर चुनावी अखाड़े में उतर सकते हैं।

बेहतर समन्वय में भी ललन सिंह नाकाम

लालू से नजदीकी के साथ ही ललन सिंह से नीतीश कुमार की नजदीकी का एक और बड़ा कारण माना जा रहा है। दरअसल नीतीश कुमार की राष्ट्रीय महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने के लिए ललन सिंह इंडिया गठबंधन में शामिल दलों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करने में पूरी तरह नाकाम साबित हुए हैं।

इंडिया गठबंधन की अभी तक चार बैठकें हो चुकी हैं मगर अभी तक नीतीश कुमार को न तो संयोजक पद की जिम्मेदारी सौंपी गई है और न पीएम चेहरे के रूप में उनके नाम पर कोई चर्चा शुरू हो चुकी है। इस कारण भी ललन सिंह की छुट्टी तय मानी जा रही है।

कई बड़े नेताओं से अलग हो चुके हैं नीतीश

अब सबकी निगाहें 29 दिसंबर को होने वाली जदयू की महत्वपूर्ण बैठक पर लगी हुई हैं। सियासी जानकार जदयू के एक महत्वपूर्ण इतिहास का भी उल्लेख कर रहे हैं। जदयू का यह इतिहास रहा है कि जब भी राष्ट्रीय कार्यकारिणी और राष्ट्रीय परिषद की बैठक एक साथ बुलाई गई है तब पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष में बदलाव किया गया है। ऐसे में 29 दिसंबर को ललन सिंह की भी छुट्टी हो सकती है।

वैसे यदि पूर्व के इतिहास को देखा जाए तो नीतीश ने अपने कई करीबियों से अपनी सियासी राहें अलग कर ली थीं। पूर्व में जिन नेताओं से नीतीश कुमार अपनी सियासी राहें अलग कर चुके हैं, उनमें जॉर्ज फर्नांडीज, शरद यादव, उपेंद्र कुशवाहा, आरसीपी सिंह और चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर जैसे नाम शामिल हैं।

पार्टी नेताओं के साथ ललन सिंह की पटरी नहीं

ललन सिंह को पद से हटाए जाने का एक कारण यह भी माना जा रहा है कि पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेताओं के साथ उनकी पटरी नहीं बैठ रही है। पिछले दिनों जदयू के वरिष्ठ नेता अशोक चौधरी के साथ ललन सिंह की तीखी नोंकझोंक हुई थी। नीतीश कुमार के सामने ही दोनों नेता आपस में भिड़ गए थे और नीतीश को असहज स्थिति का सामना करना पड़ा था। इस लड़ाई के कारण नीतीश कुमार की खूब किरकिरी हुई थी। हालांकि बाद में अशोक चौधरी ने बयान जारी करके डैमेज कंट्रोल करने की कोशिश की थी।

Tags:    

Similar News