लखनऊ: एक तरफ जहां योगी सरकार छात्रों के उज्जवल भविष्य और नकल पर लगाम लगाने के तमाम पैंतरे आजमा रही है, चाहे शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करना हो या फिर परीक्षा वाली कक्षा में सीसी टीवी कैमरा लगवाना हो। सरकार हर दांव पेंच लगाने को तैयार है। लेकिन नकलची तो नकलची हैं। इन नकलचियों के आगे सरकार के यूपी बोर्ड परीक्षा में नकल पर नकेल कसने के तमाम दावे फेल होते नज़र आ रहे हैं।
खेत में कॉपी लिखते मिले छात्र-
यूपी के आठ जिलों से लगतार नक़ल की तस्वीरें सामने आ रही हैं। अभी बुधवार को ही कौशांबी के अझुवा में एक कॉलेज में बाहर से 29 कॉपी लिखकर ला रहे युवक को पकड़ा गया था। उसके बाद सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो भी तेजी वायरल हुए। एक वीडियो में कुछ छात्र एक खेत में खुलेआम नक़ल कर रहे हैं। पुलिस के पहुंचते ही सभी छात्र कॉपी और पेपर छोड़कर फरार हो जाते हैं। बताया जा रहा है कि ये वीडियो कौशांबी और प्रयागराज का है।
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नक़ल की खबरें लगातार यूपी के कई जनपदों से आ रही हैं। हालांकि एसटीएफ ने नक़ल माफियाओं के खिलाफ शिकंजा कसना शुरू किया है, लेकिन इसका असर नहीं दिख रहा है। वहीँ बलिया और बस्ती से पेपर आउट होने की खबरें लगातार सामने आ रही हैं। सवाल ये है कि सरकार की इतनी कोशिशों के बाद भी आखिर नक़ल पर लगाम क्यों नहीं लग पा रहा है।
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आपको बता दें कि हाईस्कूल और इंटरमीडिएट बोर्ड की परीक्षाओं में नकल को लेकर सख्ती के मद्देनजर परीक्षा के पहले ही दिन 2 लाख 39 हजार 133 विद्यार्थियों ने परीक्षा छोड़ दी थी। इन छात्रों में से 1.57 लाख से अधिक छात्र हाई स्कूल और 82,091 छात्र इंटरमीडिएट के थे।