LAC पर भारत सख्त: चीन को अब भुगतना पड़ेगा परिणाम, देश बिल्कुल है तैयार

भारत ने पूर्वी लद्दाख में गतिरोध के लिए चीन को कसूरवार ठहराया है। ऐसे में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने चीन पर द्विपक्षीय समझौतों का उल्लंघन करने के लिए तीखी आलोचना की है।

Update: 2020-12-11 16:30 GMT
भारत ने पूर्वी लद्दाख में गतिरोध के लिए चीन को कसूरवार ठहराया है। ऐसे में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने चीन पर द्विपक्षीय समझौतों का उल्लंघन करने के लिए तीखी आलोचना की है।

नई दिल्ली: लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल(LAC) पर चीन अपनी घिनौनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। शुक्रवार को यानी आज भारत ने पूर्वी लद्दाख में गतिरोध के लिए चीन को कसूरवार ठहराया है। ऐसे में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने चीन पर द्विपक्षीय समझौतों का उल्लंघन करने के लिए तीखी आलोचना की है। इस बारे में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा है कि “बीते 6 महीनों से हमने जो स्थिति देखी है, वह चीन की तरफ के कार्यों का परिणाम है।

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द्विपक्षीय समझौतों और प्रोटोकॉल का उल्लंघन

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने आगे कहा- जिसने पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के साथ स्थिति में एकतरफा परिवर्तन को प्रभावित करने की मांग की है। ऐसे में ये कार्रवाई भारत-चीन सीमा क्षेत्रों में (LAC) के साथ शांति सुनिश्चित करने पर द्विपक्षीय समझौतों और प्रोटोकॉल का उल्लंघन है।"

लद्दाख सीमा पर विदेश मंत्रालय ने कहा कि एलएसी(LAC) पर चीन की कार्रवाई सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति एवं स्थिरता बनाए रखने के लिए किए गए द्विपक्षीय समझौतों का उल्लंघन है।

फोटो-सोशल मीडिया

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सीमा मुद्दे का समाधान वार्ता

साथ ही भारतीय विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा, चीन ने स्थिति को एक तरफा ढंग से बदलने की कोशिश की है।

इसके अलावा भारतीय विदेश मंत्रालय ने लद्दाख में जारी सीमा विवाद पर चीन को कहा, हम उम्मीद करते हैं कि चीनी पक्ष अपने शब्दों के अनुरूप कार्रवाई करेगा। हमने चीन के उस बयान का संज्ञान लिया है जिसमें उसने कहा है कि वह द्विपक्षीय समझौतों का कड़ाई से पालन करता है और सीमा मुद्दे का समाधान वार्ता के जरिए निकालने को प्रतिबद्ध है। इसमें मुख्य मुद्दा यह है कि दोनों पक्ष विभिन्न द्विपक्षीय समझौतों और प्रोटोकॉल का पूरी तरह पालन करें।

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