3 मई के बाद शुरू होंगी रेलवे सेवा! 12 अगस्त तक बुक हुए थे लाखों टिकट

कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 14 अप्रैल को देशव्यापी लॉकडाउन की अवधि 3 मई तक बढ़ाने का एलान किया था। वहीं लॉकडाउन के दौरान ट्रेनों का संचालन रुका हुआ है।

Update:2020-04-28 15:26 IST

नई दिल्ली: कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 14 अप्रैल को देशव्यापी लॉकडाउन की अवधि 3 मई तक बढ़ाने का एलान किया था। ऐसे में 14 अप्रैल से टिकटों की बुकिंग बंद कर दी गई थी। उस दौरान तक 12 अगस्त तक के लिए 45 लाख रिजर्वेशन्स कराए गए थे।

3 मई से क्या चलेंगी ट्रेनें?

उसके बाद ऐसा माना जा रहा था कि 3 मई को लॉकडाउन का दूसरा फेज स्टार्ट खत्म होने के बाद ट्रेनों का संचालन शुरु कर दिया जाएगा। लेकिन सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है कि देश में बढ़ते मामलों को देखते हुए इसकी उम्मीद कम ही नजर आ रही है।

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22 मार्च से ही रुका हुआ है ट्रेनों का संचालन

बता दें कि भारत में 22 मार्च यानि जनता कर्फ्यू के दिन से ही ट्रेनों का संचालन रुका हुआ है। उसके बाद से अब तक लगातार रेलवे की पैसेंजर ट्रेनें बंद हैं। हालांकि कि कुछ राज्य सरकारें मांग कर रहे हैं कि दूसरे राज्य में फंसे मजदूरों को वापस लाने के लिए ट्रेनें चलाई जाएं। लेकिन केंद्र सरकार ही इस संबंध में फैसला करेगी और रेलवे केंद्र सरकार के निर्देशों के बाद ही कोई कदम उठाएगा।

12 मई तक करीब 10 करोड़ यात्री यात्रा का कर रहे इंतजार

आंकड़ों के मुताबिक, रेलवे के एक टिकट पर औसतन 1.8 मुसाफिरों की बुकिंग होती है। यानि 12 अगस्त तक के लिए 80 लाख से ज्यादा यात्री रिजर्वेशन टिकट लेकर यात्रा के इंतजार में हैं। हालांकि रेलवे में केवल 10 फीसदी के आसपास ही यात्री रिजर्वेशन टिकट पर सफर करते हैं। एक अनुमान के मुताबिक 12 मई तक के लिए करीब 10 करोड़ यात्री यात्रा का इंतजार कर रहे हैं। हालांकि ये अनुमानित आंकड़ा रेलवे के औसत से बहुत कम है।

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कोरोना के चलते कम लोग यात्रा के पक्ष में

रेलवे में हर रोज औसतन ढाई (2.5) करोड़ यात्री सफर करते हैं। जिनमें से करीब 25 लाख लोग रिजर्वेशन टिकट पर सफर करते हैं। लेकिन रेलवे के मुताबिक, यह मौसम लीन पीरियड है, जब होली, दीवाली, छठ जैसे त्योहारों और छुट्टियों के मुकाबले कम लोग रेलवे से सफर करते हैं। वहीं इसके अलावा कोरोना के डर की चलते भी ज़्यादातर लोग इस समय किसी भी तरह की यात्रा से बचने के पक्ष में हैं।

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