लॉकडाउन को देखते हुए रिलायंस कम्पनी ने उठाया ऐसा कदम, हर तरफ हो रही चर्चा
मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाले रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड समूह ने कहा कि कंपनी के पूरे बोर्ड और सीनियर अधिकारियों ने 30 से 50 फीसदी तक के सैलरी कट का फैसला लिया है।
नई दिल्ली: देश की तमाम कंपनियों में सैलरी कट के फैसले के बाद अब भारत के सबसे बड़े कारोबारी समूह रिलायंस ने भी कर्मचारियों के वेतन में कटौती का फैसला लिया है।
मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाले रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड समूह ने कहा कि कंपनी के पूरे बोर्ड और सीनियर अधिकारियों ने 30 से 50 फीसदी तक के सैलरी कट का फैसला लिया है।
कोरोना वायरस के संकट के चलते पैदा हुई आर्थिक तंगी से निपटने के लिए कंपनी ने लागत में कमी करने का यह फैसला लिया है। कंपनी के बयान के मुताबिक चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर मुकेश अंबानी मौजूदा वित्त वर्ष 2020-21 में कोई सैलरी नहीं लेंगे।
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30 से 50 फीसदी तक की कटौती
बुधवार को कर्मचारियों को लिखे गए एक लेटर में RIL के एग्जीक्युटिव डायरेक्टर हितल आर मेसवानी ने कहा मुकेश अंबानी कोई सैलरी नहीं लेंगे। इसके अलावा, कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स, एग्जीक्युटिव डायरेक्टर्स, एग्जीक्युटिव कमिटी मेंबर्स और सीनियर लीडर्स की सैलरी में भी 30 से 50 फीसदी तक की कटौती की जाएगी।
हाइड्रोकार्बन विभाग के कर्मचारियों की कटेगी सैलरी
जानकारी के मुताबिक सैलरी में कटौती हाइड्रोकार्बन विभाग के उन सभी कर्मचारियों पर लागू होगी जिनकी सैलरी सालाना 15 लाख रुपए से ज्यादा होगी। जिन कर्मचारियों की सैलरी उससे कम होगी, उन पर इस फैसले का कोई असर नहीं होगा। कोविड-19 की वजह से हाइड्रोकार्बन बिजनेस बुरी तरह प्रभावित हुआ है। इस प्रोडक्ट की मांग पर काफी असर देखा गया है।
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कैश और बोनस से जुड़े इंसेंटिव भी होंगे प्रभावित
सालाना कैश बोनस और प्रदर्शन से जुड़े इंसेंटिव पर भी इस फैसले का असर होगा। आमतौर पर बोनस और अन्य इंसेंटिव पहली तिमाही में दिए जाते हैं। पर अब इसे कुछ समय के लिए टाला जा सकता है या फिर कट किया जा सकता है। पत्र के मुताबिक आर्थिक और बिजनेस गतिविधियों पर करीब से नजर रखी जा रही है और स्थितियों का पुनर्मूल्यांकन हो रहा है।