महुआ ने पूर्व CJI पर की टिप्पणी, विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लाएगी सरकार
तृणमूल कांग्रेस सदस्य (TMC) महुआ मोइत्रा ने सरकार पर आलोचनात्मक टिप्पड़ी कर हंगामा खड़ा कर दिया है। उन्होंने सोमवार को कहा नागरिकता संशोधन कानून (CAA) लाना, अर्थव्यवस्था की स्थिति, बहुमत के बल पर तीन कृषि कानून लाना इसके उदाहरण हैं।
नई दिल्ली: तृणमूल कांग्रेस सदस्य (TMC) महुआ मोइत्रा ने सरकार पर आलोचनात्मक टिप्पड़ी कर हंगामा खड़ा कर दिया है। उन्होंने सोमवार को कहा नागरिकता संशोधन कानून (CAA) लाना, अर्थव्यवस्था की स्थिति, बहुमत के बल पर तीन कृषि कानून लाना इसके उदाहरण हैं। लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बहस के दौरान महुआ मोइत्रा ने सुप्रीम कोर्ट के एक पूर्व चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया को लेकर एक टिप्पणी की।
महुआ मोइत्रा के खिलाफ कार्रवाई
उनकी इस टिप्पड़ी के बाद से सरकार महुआ मोइत्रा के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी कर रही है। खबरों किमाने तो सरकार संसद में विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव ला सकती हैं।
भाजपा कार्यकर्ताओं ने किया विरोध
सदन में चेयरमैन द्वारा निर्देशित किये जाने के बावजूद नियम 356 का उल्लंघन करते हुए मोइत्रा ने अपने बयानों को दोहराया। राष्ट्रपति के अभिभाषण धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान अपने भाषण में उन्होंने सरकार, न्यायपालिका और मीडिया पर कटाक्ष किया था। वही इस मामले पर संसदीय कार्यमंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने उनकी टिप्पणी पर आपत्ति जताते हुए कहा कि इस प्रकार उल्लेख नहीं किया जा सकता। भाजपा सांसद निशिकांत दूबे ने आपत्ति जताई।
कई बार इस्तेमाल किए ऐसे शब्द
महुआ ने अपने भाषण में कई बार कायरता जैसे शब्द का इस्तेमाल करते हुए सरकार पर 'सत्ता और अधिकार के पीछे छिपने' का आरोप लगाया और यह भी कहा कि आलोचना करने को राजद्रोह करार देकर भारत को 'वर्चुअल पुलिस स्टेट' बना दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि कोविड-19 महामारी के बाद लॉकडाउन लगाने के सरकार के फैसले ने सैकड़ों किलोमीटर दूर अपने घरों तक चलने के लिए मजबूर लाखों लोगों को अनकहा दुख दिया। इसके साथ उन्होंने यह भी मांग की कि किसानों के विरोध में निकाले गए तीन नए कृषि कानूनों को निरस्त किया जाए।
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