अलर्ट जारी: देश के इन हिस्सों में भारी बारिश, किसानों पर आएगी आफत

मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार देश में तकरीबन 70 प्रतिशत बारिश मानसूनी हवाओं के चलते होती है। लेकिन इस बार मौसम अपनी गति से नहीं चल रहा है।

Update: 2020-09-17 05:05 GMT

नई दिल्ली: अगर देश के लोग गर्मी से परेशान हैं तो हो जाए तैयार। जल्द ही देश के कई हिस्सों में भारी बारिश होने की तैयारी है। इस भारी बारिश से देश के कई हिस्सों में आम जनजीचन अस्त व्यस्त होने के साथ ही किसानों पर भी कहर बनकर ये बारिश टूट सकती है। सितम्बर के अंतिम दो सप्ताह में फसलों के भारी नुकसान की आशंका व्यक्त की जा रही है।

बारिश से फसल पर पड़ेगा असर

भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने गर्मियों की फसल के लिए महत्वपूर्ण देश के मध्य और पश्चिमी क्षेत्रों सितंबर के दूसरे पखवाड़े के दौरान भारी बारिश के अनुमान से फसलों को नुकसान का अनुमान लगाया है। इससे पहले भी आईएमडी इस बात की चेतावनी दे चुका है पर बारिश का दबाव बनने के बाद अचानक मौसन अपना रूख बदल लिया। अब एक बार फिर आईएमडी ने दावा किया है देश के अधिकांश हिस्सों में बारिश का असर दिखा सकता है।

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देश में होने वाली भारी बारिश (फाइल फोटो)

खेती-बाड़ी के लिए महत्पूर्ण कुछ हिस्सों में भारी बारिश हो सकती है। मानसून की अच्छी बारिश से उत्साहित किसानों ने धान, मक्का, कपास, सोयाबीन और गन्ना जैसी फसलों की रिकॉर्ड पैमाने पर खेती की है। मानसून के प्रभाव से पिछले 24 घंटे में उत्तर बिहार एवं उत्तर पूर्वी बिहार में कुछ जगहों पर भारी बारिश हुई। वहीं मौसम विज्ञान केंद्र की मानें तो अगले 24 घंटे नेपाल की तराई के इलाकों में भारी बारिश के आसार बने हैं। बंगाल की खाड़ी क्षेत्र में कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है जिस कारण अगले 24 घंटे में मेघ गर्जन और वज्रपात के साथ-साथ बारिश के आसार बने हैं।

इन हिस्सों में भारी बारिश की चेतावनी

देश में होने वाली भारी बारिश (फाइल फोटो)

मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार देश में तकरीबन 70 प्रतिशत बारिश मानसूनी हवाओं के चलते होती है। लेकिन इस बार मौसम अपनी गति से नहीं चल रहा है। मानसून का माहौल बनने के बाद अचानक मौसम अपना रूख बदल रहा है। बारिश के मौसम के पहले महीने जून में मानसून काफी सक्रिय रहा और औसत से लगभग 17 प्रतिशत अधिक बरसात देखने को मिली, लेकिन जुलाई में औसत से 10 प्रतिशत कम बारिश देखी गई।

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अगस्त में एक बार फिर मानसून की सक्रियता बढ़ी और औसत से करीब 27 प्रतिशत ज्यादा बारिश हो गई। अगले तीन दिनों के दौरान तटीय आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, तटीय और उत्तर आंतरिक कर्नाटक, केरल और माहे में व्यापक रूप से भारी वर्षा की चेतावनी की बात कही है। भारतीय मौसम विभाग ने अगले 12 घंटों के दौरान पश्चिम एमपी, विदर्भ, बिहार, गांगेय पश्चिम बंगाल, अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, तटीय आंध्र, यनम और तेलंगाना में अलग-अलग स्थानों पर हल्की से तेज बारिश का पूर्वानुमान लगाया है।

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