हरिद्वार कुंभ का पहला शाही स्नान, हर-हर महादेव से गूंजे शिवमंदिर, ऐसा दिखा नजारा
7 बजे के बाद हर की पौड़ी क्षेत्र को खाली कराया जा रहा है। इसके बाद घाटों की सफाई की जाएगी। कुंभ मेला में IG पुलिस संजय गुंजयाल के मुताबिक कुंभ के शाही स्नान में अबतक 22 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने डुबकी लगा ली है।
नई दिल्ली: आज यानी 11 मार्च को महाशिवरात्रि है। पूरे भारत में यह पर्व हर साल बड़े ही धूम-धाम से मनाया जाता है। आज भगवान शिव के भक्त सुबह से ही मंदिरों की कतार में लगे हैं। आज महाशिरात्रि के खास मौके पर हरिद्वार में भी महाकुंभ का शाही स्नान किया जा रहा है।शाही स्नान को लेकर राज्य सरकार और स्थानीय प्रशसन की ओर से सभी तरह की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
श्रद्धालुओं पर हेलिकॉप्टर से होगी फूलों की बारिश
आज हरिद्वार में महाकुंभ पर शाही स्नान की शुरुआत में जूना अखाड़ा, आह्वान अखाड़ा, अग्नि अखाड़ा और किन्नर अखाड़ा करीब 11 बजे हर की पौड़ी ब्रह्मकुंड पर स्नान करने के लिए पहुचेंगे। इसके बाद करीब 1 बजे निरंजनी अखाड़ा और आनंद अखाड़ा हर की पौड़ी ब्रह्मकुंड पर स्नान करेंगे। वहीं करीब 4 बजे महानिर्वाणी अखाड़ा और अटल अखाड़ा हर की पौड़ी ब्रह्मकुंड पर स्नान करेंगे। इस दौरान श्रद्धालुओं पर हेलिकॉप्टर से फूलों की बारिश होगी।
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22 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने लगाई डुबकी
नागा बाबा और साधुओं के शाही स्नान को देखते हुए आम श्रद्धालुओं को आज सुबह 7 बजे के बाद स्नान करने की अनुमति दी गई है। साथ ही भीड़ को देखते हुए पुलिस प्रशासन भी अलर्ट पर है। कोरोनावायरस को लेकर प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है। बता दें कि 7 बजे के बाद हर की पौड़ी क्षेत्र को खाली कराया जा रहा है। इसके बाद घाटों की सफाई की जाएगी। इस दौरान घाट पर किसी के भी आने जाने पर पाबंदी रहेगी। कुंभ मेला में IG पुलिस संजय गुंजयाल के मुताबिक कुंभ के शाही स्नान में अबतक 22 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने डुबकी लगा ली है।
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कोरोना निगेटिव रिपोर्ट और हेल्थ सर्टिफिकेट जरूरी
हरिद्वार कुंभ में महाशिवरात्रि के अवसर पर शाही स्नान को लेकर राज्य सरकार ने पहले ही एसओपी जारी कर दिया था। इस एसओपी के अनुसार, शाही स्नान के लिए कोविड-19 निगेटिव रिपोर्ट और हेल्थ सर्टिफिकेट लाना जरूरी होगा। इसके बिना हरिद्वार में एंट्री नहीं मिलेगी। राज्य सरकार की एसओपी 12 मार्च तक लागू रहेगा।
उज्जैन और वाराणसी में उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब
देश में चार स्थानों पर पवित्र नदियों के तट पर महाकुंभ का आयोजन किया जाता है। जिसमें उज्जैन, प्रयाग, हरिद्वार और नासिक शामिल हैं। महाशिवरात्रि पर महादेव की नगरी श्रद्धालुओं से पटी हुई है। हर तरफ हर-हर बम-बम की गूंज सुनाई दे रही है। बुधवार की देर शाम से ही काशी विश्वनाथ का दर्शन करने के लिए लोगों की कतार मंदिर के बाहर लग गई थी। साथ ही शाही स्नान के लिए लिए यहां भक्तों का हुजूम हुजूम उमड़ गया है। उज्जैन के महाकाल मंदिर में जुटे भक्त। इससे पहले पुजारी ने भगवान शिव की पूजा की और उनका अभिषेक किया।