नई दिल्ली : सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने महाराष्ट्र के पूर्व उपमुख्यमंत्री और एनसीपी नेता छगन भुजबल को करोड़ों रुपए के सदन घोटाला केस में नौ घंटे की पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया है। प्रवर्तन निदेशालय ने छगन भुजबल के खिलाफ 17 जून 2014 में प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत मामला दर्ज किया था।
क्या है महाराष्ट्र सदन घोटाला मामला?
-नई दिल्ली में महाराष्ट्र सदन की बिल्डिंग के निर्माण में घोटाला हुआ था।
-भुजबल पर आरोप है कि उन्होंने नियमों की अनदेखी कर ठेके दिए।
-इसके बदले में भुजबल के परिवार की कंपनियों और ट्रस्ट को रिश्वत दी गई।
-छगन भुजबल ने बिल्डिंग निर्माण का ठेका अपने संबंधियों को देकर उन्हें लाभ पहुंचाया।
-नई दिल्ली में इस बिल्डिंग को बनाने में लगभग 100 करोड़ रुपए की लागत आई थी।
भुजबल की संपत्तियां हुई जब्त
-दिसंबर 2014 में बांबे हाई कोर्ट ने भुजबल पर लगे आरोपों की जांच के लिए प्रवर्तन निदेशालय के निदेशक और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) के महानिदेशक की संयुक्त समिति का गठन किया था।
-कोर्ट के आदेश पर हो रही जांच के बाद ही भुजबल के परिवार की कई संपत्तियां कब्जे में ली जा चुकी हैं।
गिरफ्तारी पर कांग्रेस नेता ने क्या कहा
-छगन भुजबल की गिरफ्तारी पर कांग्रेस नेता हुसैन दलवई ने कहा कि भाजपा बदले की कार्रवाई कर रही है।
-उन्होंने कहा कि देश में कई लोग भ्रष्टाचार में लिप्त हैं।
-सभी के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।
-छगन भुजबल की गिरफ्तारी भाजपा सरकार की बदले की कार्रवाई का नतीजा है।