पवार का झूठा दावा! 15 फरवरी को यहां थे देशमुख, हुआ खुलासा, गृहमंत्री ने दी सफाई

सोशल मीडिया पर सफर का टिकट वायरल होने के बाद गृहमंत्री अनिल देशमुख ने वीडियो ट्वीट कर इस मामले में सफाई दी है और कहा है कि उनके बारे में झूठ फैलाया जा रहा है।

Update: 2021-03-23 05:57 GMT
पवार का झूठा दावा! 15 फरवरी को यहां थे देशमुख, हुआ खुलासा, गृहमंत्री ने दी सफाई

मुंबई: मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह (Commissioner Parambir Singh) के लेटर बम को लेकर महाराष्ट्र की सियासत में घमासान बढ़ता ही जा रहा है। राज्य के गृहमंत्री अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) भ्रष्टाचार-वसूली समेत अन्य आरोप झेल रहे हैं। इस बीच राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (NCP) के प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) गृहमंत्री देशमुख के समर्थन में आ गए।

शरद पवार आए सवालों के घेरे में

शरद पवार ने गृहमंत्री देशमुख पर लगे आरोपों का बचाव किया, जिसके बाद वो खुद सभी के निशाने पर आ गए हैं। दरअसल, पवार ने देखमुख का बचाव करते हुए कहा था कि चिट्टी में जिस वक्त का जिक्र किया है, उस वक्त अनिल देशमुख बीमार थे। सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर एनसीपी प्रमुख ने दावा किया था कि अनिल देशमुख 15 फरवरी तक कोरोना वायरस की वजह से अस्पताल में थे। इसके बाद वे वह होम आइसोलेशन में चले गए।

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सोशल मीडिया पर वायरल हुआ ये दस्तावेज

लेकिन अब इस बीच पवार के इस दावे की पोल खोलने वाला एक और दस्तावेज सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे दस्तावेज के मुताबिक, 15 फरवरी को गृह मंत्री अनिल देशमुख ने प्राइवेट प्लेन से नागपुर से मुंबई तक की यात्रा की थी। इस दस्तावेज के बाद खुद पवार सवालों के घेरे में आ गए हैं। इस बीच गृहमंत्री अनिल देशमुख ने वीडियो ट्वीट कर इस मामले में सफाई दी है।

गृहमंत्री अनिल देशमुख ने दी ये सफाई

ट्विटर पर एक वीडियो जारी करते हुए अनिल देशमुख ने बताया है कि बीते कुछ दिनों से इलेक्ट्रॉनिक और प्रिंट मीडिया में मेरे बारे में कई गलत खबरें चल रही हैं। आप सभी को पता है कि कोरोना के बीते एक साल के समय में मैं पूरे प्रदेश भर में घूमकर पुलिसकर्मियों से मिलता रहा और उनका हौसला बढ़ाता रहा। बीते 5 फरवरी को मेरी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। 5 फरवरी से लेकर 15 फरवरी तक मैं अस्पताल में रहा।

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देशमुख ने आगे कहा कि 15 फरवरी को अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद डॉक्टरों की सलाह थी कि मैं 10 दिन होम क्वारन्टीन में रहूं। जिसके बाद मैं 15 तारीख को ही प्राइवेट जहाज से मुंबई आ गया। उसके बाद डॉक्टर्स की सलाह पर ही रोजाना देर रात पार्क में प्राणायाम के लिए जाता था। नागपुर में मेरे हॉस्पिटल में रहने और बाद में होम क्वारन्टीन के दौरान मैंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कुछ बैठकें और कार्यक्रम में हिस्सा लिया था।

होम क्वारन्टीन केबाद एक मार्च से बजट अधिवेशन शुरू होना था, जिसके लिए सत्र में प्रश्नोत्तर और सूचनाओं पर ब्रीफिंग के लिए कुछ अधिकारी मेरे घर पर आते थे। उन्होंने बताया कि वो पहली बार शासकीय काम से 28 फरवरी को घर से बाहर निकले थे।

पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह का ये है आरोप

गौरतलब है कि मुंबई के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह ने महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख पर वसूली के आरोप लगाए हैं। कमिश्नर का आरोप है कि देशमुख और सचिन वाजे फरवरी के मध्य में मिले थे। 15 फरवरी को जब गृहमंत्री डिस्चार्ज हो चुके थे। साथ ही परमबीर सिंह का यह भी कहना है कि दोनों के बीच एक मुलाकात फरवरी के अंत में भी हुई थी। कमिश्नर के इस लेटर के बाद से महाराष्ट्र की सियासत में घमासान मचा हुआ है।

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