महाराष्ट्र में BJP-शिवसेना की लड़ाई धमकी और चेतावनी तक पहुंची

महाराष्‍ट्र में मुख्यमंत्री पद को लेकर बीजेपी और शिवसेना में तल्खी बढ़ती जा रही है। शिवसेना ने सहयोगी पार्टी बीजेपी पर एक बार फिर निशाना साधा है। शिवसेना ने बीजेपी नेता और फडणवीस सरकार में वित्त मंत्री सुधीर मुनगंटीवार के बयान पर कहा कि 'राष्‍ट्रपति तुम्‍हारी जेब में हैं क्‍या?

Update: 2019-11-02 11:23 GMT

नई दिल्ली: महाराष्‍ट्र में मुख्यमंत्री पद को लेकर बीजेपी और शिवसेना में तल्खी बढ़ती जा रही है। शिवसेना ने सहयोगी पार्टी बीजेपी पर एक बार फिर निशाना साधा है। शिवसेना ने बीजेपी नेता और फडणवीस सरकार में वित्त मंत्री सुधीर मुनगंटीवार के बयान पर कहा कि 'राष्‍ट्रपति तुम्‍हारी जेब में हैं क्‍या?

हालांकि इस बीच महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री पद पर बीजेपी के प्रति शिवसेना का रुख नरम पड़ता दिख रहा है। शिवसेना ने कहा कि उसने बातचीत कभी नहीं रोकी और वह गठबंधन धर्म का पालन करेगी।

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इससे पहले शिवसेना ने सामना के जरिए बीजेपी पर तीखा हमला बोला है। सामना में लिखा है कि राष्‍ट्रपति तुम्‍हारी जेब में हैं क्‍या? राष्‍ट्रपति की मुहर वाला रबर स्‍टैंप राज्‍य के बीजेपी कार्यालय में ही रखा है। अगर महाराष्‍ट्र में हमारा शासन नहीं आया तो स्‍टैंप का इस्तेमाल करके बीजेपी राष्‍ट्रपति शासन का आपातकाल लाद सकती है। इस धमकी का जनता क्या ये अर्थ समझे?

गौरतलब है कि महाराष्ट्र सरकार में वित्त मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने कहा था कि अगर प्रदेश में 7 नवंबर तक कोई सरकार नहीं बनती है तो राष्‍ट्रपति शासन लग सकता है। सुधीर ने कहा था कि शिवसेना की ढाई साल के लिए मुख्‍यमंत्री पद की मांग की वजह से ही सरकार नहीं बन पा रही है।

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मुनगंटीवार के इसी बयान पर शिवसेना पर भड़क उठी है। पार्टी की तरफ से सामना में लिखा गया है कि मुनगंटीवार और उनकी पार्टी के मन में कौन सा जहर उबाल मार रहा है, ये इस बात से समझा जा सकता है। शिवसेना ने आग लिखा है कि कानून और संविधान को दबाकर जो चाहिए वो करने की नीति इसके पीछे हो सकती है।'

शिवसेना ने आगे कहा कि सवाल इतना ही है कि महाराष्‍ट्र में सरकार क्‍यों नहीं बन रही है, इसकी वजह कौन बताएगा? शिवसेना के मुखपत्र सामना में लिखा गया है जिसने खुद को मुख्यमंत्री घोषित किया है और वह सरकार बनाने के लिए दावा पेश नहीं करते हैं तो क्या इसके लिए महाराष्ट्र की जनता को जिम्मेदार ठहराया जाएगा और सरकार नहीं बनने पर राष्‍ट्रपति शासन लागू करने की मुगलिया धमकी है।

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आगे शिवसेना ने कहा है कि कानून और संविधान किसी के गुलाम नहीं। महाराष्‍ट्र में जो झमेला चल रहा है, उसकी चिंगारी हमने नहीं फेंकी है, जनता ये जानती है।'

घमंड की हार

बीजेपी पर तीखा हमला बोलते हुए शिवसेना ने सामना में लिखा है कि लोकतंत्र में बहुमत का आंकड़ा हो या न हो, किसी और को सत्‍ता में नहीं आने देने का घमंड महाराष्‍ट्र में हार चुका है। यही लोग राज्‍य में राष्‍ट्रपति शासन लगाने की धमकी दे रहे हैं। ऐसी धमकियों से महाराष्‍ट्र को कोई फर्क नहीं पड़ता। राष्‍ट्रपति शासन लगाने की धमकी देने वाले पहले सरकार बनाने का दावा तो पेश करें।'

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सुधीर मुनगंटीवार ने दी बयान पर सफाई

शिवसेना के तीखे हमले के बाद सुधीर मुनगंटीवार ने अब अपने बयान पर सफाई दी है। उन्होंने कहा कि हमसे पूछा गया था कि अगर महाराष्‍ट्र में सरकार समय पर नहीं बनती है तो क्या होगा? हमने बस जवाब दिया कि संविधान के प्रावधानों के मुताबिक राष्ट्रपति शासन लगाया जाएगा।

उन्होंने कहा कि मान लेते हैं कि अगर कोई शिक्षक छात्रों के प्रश्नों का उत्तर देता है, तो क्या इसे धमकी के रूप में लिया जाता है?

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विपक्ष में बैठेगी एनसीपी

एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि जनता ने एनसीपी को विपक्ष में बैठने का जनादेश दिया है इसलिए उनकी पार्टी विपक्ष में ही बैठेगी। सीएम पद को लेकर शिवसेना और बीजेपी के बीच घमासान पर उन्होंने कहा कि बचकाना है।

'बीजेपी का बने सीएम'

बीजेपी और शिवसेना के मुख्यमंत्री पद पर तल्खी के बीच एनडीए में शामिल रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आरपीआई) ने अध्यक्ष रामदास आठवले और केंद्रीय मंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र में सीएम बीजेपी का ही होना चाहिए।

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गौरतलब है कि महाराष्ट्र चुनाव में बीजेपी को 105 तो शिवसेना को 56 सीटें मिली हैं। अब शिवसेना ढाई ढाई साल तक के लिए दोनों पार्टियों का मुख्‍यमंत्री बनाया जाए इस पर अड़ी है। तो वहीं बीजेपी ने साफ कहा कि देवेंद्र फडणवीस ही पूरे पांच साल तक सीएम रहेंगे। शिवसेना और बीजेपी में जंग की वजह से अभी तक सरकार नहीं बन पाई है।

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