Maharashtra Political Crisis: 'बागी' शिंदे शुक्रवार रात गए थे गुजरात, क्या शाह और फडणवीस से मिले?
Maharashtra Political Crisis:महाराष्ट्र में सियासी गहमागहमी के बीच सभी राजनीतिक दल बैठकों में जुटे हैं। बीजेपी और शिवसेना जहां आज बैठक कर रहे हैं वहीं सबकी नजर शिंदे की बैठक पर है।
Maharashtra Political Crisis : महाराष्ट्र में सियासी उठापठक और राजनीतिक गहमागहमी आज भी जारी रह सकती है। आज दिनभर अलग-अलग पार्टियां अपने भविष्य की रणनीति को लेकर बैठकें करेंगे। इसी कड़ी में भारतीय जनता पार्टी (BJP) की भी आज बैठक होनी है। इस मीटिंग में बीजेपी की सहयोगी पार्टियां शामिल होंगी। गौरतलब है कि केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले महाराष्ट्र में शिवसेना और बीजेपी के साथ चुनाव लड़ी थी, बाद में उद्धव ठाकरे इस गठबंधन से अलग हो गए थे।
वहीं, दूसरी तरफ शिवसेना ने अपने कार्यकर्ताओं के साथ संपर्क बढ़ाना शुरू किया है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे आज सेना भवन में शिवसेना की राष्ट्रीय कार्यकारिणियों की बैठक बुलाई है। महाराष्ट्र सरकार में मंत्री आदित्य ठाकरे भी आज शाम 6:30 बजे मरीन लाइंस में बिरला मातोश्री सभागार में जनसभा को संबोधित करेंगे। संभव है कि दिनभर के घटनाक्रम के मद्देनजर एनसीपी और कांग्रेस भी बैठकें कर सकती है।
अमित शाह और फडणवीस भी कल रात वडोदरा पहुंचे
न्यूज़ चैनल 'इंडिया टुडे' के मुताबिक, एकनाथ शिंदे के आधी रात गुवाहाटी से दिल्ली और फिर दिल्ली से वडोदरा जाने की खबर से ये कयास लगाए जा रहे हैं कि शिंदे ने बीजेपी के साथ लामबंदी शुरू कर दी है। वहीं खबर ये भी है कि शुक्रवार रात 10 बजे से लेकर शनिवार सुबह तक केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह भी वडोदरा में ही थे। बताया जा रहा है कि पूर्व सीएम फडणवीस भी वहीं थे। हालांकि, अभी इस बात की औपचारिक पुष्टि नहीं हो पाई है, कि एकनाथ शिंदे की किसी भी नेता से मुलाकात हुई या नहीं।
महाराष्ट्र संकट पर ओवैसी की चुटकी
वहीं, महाराष्ट्र में बढ़ते राजनीतिक संकट पर AIMIM के चीफ असदुद्दीन ओवैसी (AIMIM chief Asaduddin Owaisi) ने चुटकी ली। ओवैसी ने कहा, कि 'महाविकास अघाड़ी (MVA) को इस मामले पर विचार करने दें। हम सामने आ रहे ड्रामा पर नजर रख रहे हैं। यह बंदरों का डांस लग रहा है। ये लोग बंदरों की तरह एक डाल से दूसरी डाल में कूद रहे हैं।'
शिंदे शुक्रवार रात गए थे गुजरात, आज लौटे गुवाहाटी
महाराष्ट्र में जहां मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे शुक्रवार को दिनभर बैठक दर बैठक करते रहे, वहीं शिवसेना के बागी एकनाथ शिंदे रात में गुजरात गए थे। शनिवार की सुबह वो गुवाहाटी वापस लौटे हैं। हालांकि, अभी ये पता नहीं चल पाया है कि वो वहां किससे मिलने गए थे। गुजरात जाने की क्या वजह थी?
शिंदे पहले नाथ थे अब दास हो गए
देश की व्यापारिक राजधानी मुंबई स्थित शिवसेना भवन में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में उद्धव ठाकरे ने बागी एकनाथ शिंदे पर जमकर प्रहार किया। उन्होंने कहा, 'शिंदे पहले 'नाथ' थे लेकिन अब वो 'दास' हो गए हैं। उन्होंने आगे कहा कि, अगर शिंदे में हिम्मत है तो वे अपने पिता के नाम पर वोट मांगकर दिखाएं। बता दें, कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में इन तीन प्रस्तावों पर भी चर्चा हुई। जिसमें पहला, उद्धव ठाकरे पर भरोसा, दूसरा बागियों पर एक्शन को लेकर उद्धव ठाकरे लेंगे फैसला और तीसरा, मराठी अस्मिता और हिंदुत्व पर कायम रहेंगे।
शिवसेना कार्यकारिणी की बैठक में चार प्रस्ताव पास
महाराष्ट्र में शिवसेना की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक अब समाप्त हो गई है। बैठक में चार प्रस्ताव पास किए गए हैं। बैठक में शिवसेना प्रमुख और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा, कि 'बागी विधायक सुलगते बम पर बैठे हैं।'
16 बागी विधायकों को नोटिस, दो दिन में दें जवाब
शिवसेना राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में अनुपस्थित रहने पर पार्टी व्हिप सुनील प्रभु ने 16 बागी विधायकों को 'अयोग्य' घोषित करने का नोटिस जारी किया है। इस नोटिस में सभी से 27 जून 2022 की शाम 5 बजे तक अनुपस्थित रहने पर लिखित जवाब देने के लिए कहा गया है।
उद्धव पहुंचे राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में, मुंबई में धारा- 144 लागू
सियासी बवाल के बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Chief Minister Uddhav Thackeray) शिवसेना की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक में शामिल होने पहुंचे हैं। मुंबई के शिवसेना भवन में ये बैठक होगी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उद्धव ठाकरे की तबीयत इस वक़्त ठीक नहीं है। बावजूद इसके वो बैठक में पहुंचे हैं। दूसरी तरफ, एकनाथ शिंदे खेमे के विधायकों ने डिप्टी स्पीकर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव भेजा है। डिप्टी स्पीकर ने उसे ख़ारिज कर दिया। साथ ही, व्यापारिक राजधानी मुंबई में धारा- 144 लगा दिया गया है।
'ऐसे लोगों को हम कपड़े उतारकर सड़क पर खड़ा करते हैं'
मीडिया से बात करते हुए तानाजी सावंत का जिक्र आते ही संजय राउत आक्रामक हो गए। सख्त लहजे में उन्होंने कहा, कि 'वो कांग्रेस से शिवसेना में आए थे। ये उनकी पहली विधायकी है। राउत ने ये भी कहा कि ऐसे लोगों को हम कपड़े उतारकर सड़क पर खड़ा करते हैं।' इस हिंसा के बाद शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा, कि विधायकों की बगावत के बाद लोगों में आक्रोश है। इसे रोक नहीं सकते। साथ ही कहा, कि डर रहना चाहिए।
शिवसेना के कार्यकर्ता अभी शांत हैं, सड़कों पर उतरे तो...
वहीं, शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा कि, 'पार्टी के किसी भी विधायक की सुरक्षा वापस नहीं ली गई है। उन्होंने कहा, एकनाथ शिंदे गुट के विधायक अभी महाराष्ट्र से बाहर हैं। जब वो वापस आएंगे तो उनसे बातचीत की जाएगी।' इतना ही नहीं, संजय राउत ने आगे कहा कि 'हमें भरोसा है कि महाराष्ट्र लौटने के बाद सभी बागी विधायक हमारे साथ आ जाएंगे। राउत ने ये भी कहा कि इस पूरे घटनाक्रम से शिवसेना कार्यकर्ताओं में गुस्सा और रोष है। फिलहाल कार्यकर्ता अपने घरों में हैं। अगर, वे सड़कों पर उतर गए तो फिर आग लग जाएगी।'
शिंदे समर्थक तानाजी सावंत के ऑफिस में तोड़फोड़
पुणे में शिवसेना विधायक तानाजी सावंत (Tanaji Sawant) के कार्यालय में आज शिवसेना कार्यकर्ताओं (Shiv Sena workers) ने तोड़फोड़ की है। इसके अलावा, दुकानों में भी तोड़फोड़ की गई। तानाजी सावंत के ऑफिस और दुकानों की दीवारों पर शिवसैनिकों ने 'गद्दार' तक लिखा। गौरतलब है कि, तानाजी सावंत शिवसेना के 'बागी' एकनाथ शिंदे के साथ गुवाहाटी में हैं।
दोपहर दो बजे 'बागी' शिंदे खेमे के विधायकों की बैठक
महाराष्ट्र शिवसेना के बागी विधायक गुवाहाटी के एक बड़े होटल में ठहरे हैं। शिवसेना के बागी विधायक एकनाथ शिंदे की अध्यक्षता में आज दोपहर 2 बजे एक अहम बैठक करने जा रहे हैं। इस बैठक में विधायक भविष्य की रणनीति पर विचार-विमर्श करेंगे। इसके अलावा, बैठक में यदि 16 एमएलए को डिप्टी स्पीकर की तरफ से नोटिस भेजा जाता है, तो इस पर भी चर्चा होगी। कहा जा रहा है कि, एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाला गुट डिप्टी स्पीकर के इस आदेश के खिलाफ अदालत का रुख भी कर सकता है। ज्ञात हो कि, कुछ विधायकों ने डिप्टी स्पीकर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया है।
'धन याद, पद के लिए चिंता करने वालों से सावधान रहें'
वहीं, शिवसेना के सांसद संजय राउत ने आज ट्वीट कर निशाना साधा। उन्होंने महाराष्ट्र की जनता से सावधान रहने की भी अपील की। राउत ने अपने ट्वीट में रुडयार्ड किपलिंग (Rudyard Kipling) के वक्तव्य को उद्धृत करते हुए लिखा, 'धन या पद या वैभव के लिए अत्यधिक चिंता करने वालों से सावधान रहें। किसी दिन तुम एक ऐसे व्यक्ति से मिलोगे जो इनमें से किसी भी चीज़ की परवाह नहीं करता, तो आपको पता चल जाएगा कि आप कितने गरीब हैं।'
एकनाथ शिंदे के क्षेत्र में पुलिस की सख्ती
महाराष्ट्र के ठाणे इलाके को एकनाथ शिंदे का गढ़ माना जाता है। ठाणे में हिंसा और कानून-व्यवस्था की स्थिति के मद्देनजर शराबबंदी के आदेश जारी किए गए हैं। यह आदेश 30 जून 2022 तक जारी रहेगा। इसके अतिरिक्त, इस पूरे क्षेत्र में किसी को भी लाठी, हथियार आदि ले जाने तथा पोस्टर जलाने और पुतला फूंकने की अनुमति नहीं होगी। इन सब पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। साथ ही, लाउडस्पीकर पर भी किसी तरह की घोषणा या नारेबाजी पर रोक लगा दी गई है। आदेश में कहा गया है कि ठाणे में कानून-व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए जिलाधिकारी और जिला मजिस्ट्रेट ने 30 जून तक 24 घंटे का निषेध आदेश जारी किया है।