Manipur Violence Update: मैतेई छात्रों की हत्या के बाद फिर बिगड़ा मणिपुर का माहौल, सीबीआई करेगी जांच, इंटरनेट फिर लगी रोक
Manipur Violence Update: दो मैतेई छात्रों का शव सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद हालात एक बार फिर असामान्य हो गए। मैतेई समुदाय में इसे लेकर जबरदस्त आक्रोश देखा जा रहा है।
Manipur Violence Update: महीनों से जातीय हिंसा की आग में जल रहे मणिपुर में माहौल एकबार फिर बिगड़ता जा रहा है। लंबी जद्दोजहद और कड़ी मशक्कत के बाद जमीन पर कुछ हालात सामान्य हुए थे, जिसे देखते हुए बीते शनिवार को राज्य सरकार ने इंटरनेट सेवा बहाल करने का निर्णय लिया था। लेकिन उसी दिन दो मैतेई छात्रों का शव सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद हालात एक बार फिर असामान्य हो गए। मैतेई समुदाय में इसे लेकर जबरदस्त आक्रोश देखा जा रहा है।
सरकार ने नाजुक स्थिति को देखते हुए राज्य में एकबार फिर इंटरनेट सर्विस पर रोक लगा दी है। उधर, इस मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी गई है। दिल्ली से सीबीआई की टीम आज राजधानी इंफाल पहुंच चुकी है। मुख्यमंत्री एन बिरेन सिंह ने कहा कि इस मामले में केंद्र और राज्य सरकार साथ मिलकर काम कर रही है। दोषियों को छोड़ा नहीं जाएगा। जल्द ही सभी आरोपियों की गिरफ्तारी होगी।
जानें कब तक रहेगा इंटरनेट बंद
ताजा विवाद के बाद मणिपुर सरकार ने राज्य में मोबाइल इंटरनेट डेटा सेवाओं और इंटरनेट सेवाओं पर एक अक्टूबर शाम 7.45 बजे तक पाबंदी लगाने का निर्णय लिया है। सरकार की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि मणिपुर में मौजूदा कानून व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए राज्य सरकार फेसबुक, व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम और एक्स जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों के माध्यम से झूठी अफवाहों, दुष्प्रचार और अन्य प्रकार की हिंसक गतिविधियों के प्रयास को बहुत गंभीरता से ले रही है। आदेश में आगे कहा गया कि लॉ एंड ऑर्डर बिगाड़ने वाली हर गतिविधि पर सरकार की नजर है।
राज्य में कब से है इंटरनेट बंद
मणिपुर में मैतेई और कुकी समुदायों के बीच तनाव लंबे समय से चल रहा था। 28 अप्रैल को चुराचांदपुर और फिरजावल में हिंसा भड़कने के बाद इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई थी। इसके बाद 3 मई को ये हिंसा राज्य के अधिकांश हिस्से में फैल गई, जिसके बाद पूरे राज्य में इंटरनेट सेवा पर पाबंदी लगा दी गई। राज्य में हालात जब सामान्य हुए तब राज्य सरकार ने दोबारा इंटरनेट सर्विस बहाल करने का निर्णय लिया। बीते शनिवार को ही मुख्यमंत्री एन बिरेन सिंह ने मीडिया के सामने आकर इसकी घोषणा की थी। मगर ये सेवा महज दो दिन ही बहाल रह पाई, हालात बिगड़ने के बाद एकबार फिर इंटरनेट बंद कर दिया गया है।
किन दो छात्रों की मौत पर मचा है बवाल
इंफाल से एक लड़का और लड़की छह जुलाई से लापता थे। दोनों मैतेई समुदाय से ताल्लुक रखते थे। 23 सितंबर को मोबाइल इंटरनेट पर लगे बैन हटने के बाद दोनों की एक फोटो वायरल हुई थी। जिसमें दोनों जमीन पर बैठे हुए थे और पीछे दो हथियारबंद लड़ाके खड़े थे। इसके बाद एक और फोटो सामने आया जिसमें दोनों की डेडबॉडी जमीन पर पड़ी दिखी। जिसमें लड़के का सिर कटा हुआ है। अभी तक दोनों की लाश बरामद नहीं का जा सकी है।
दोनों की पहचान 17 वर्षीया हिजाम लिनथोइनगांबी और 20 वर्षीय फिजाम हेमजीत के रूप में हुई है। आरोप है कि इनकी हत्या कुकी हथियारबंद समूह के लोगों ने की है, जिसके बाद से मैतेई समुदाय में नए सिरे से आक्रोश देखा जा रहा है। 26 सितंबर को इंफाल में सुरक्षाबलों और छात्रों के बीच झड़प भी हुई। इसमें एक टीचर और 54 छात्र घायल हो गए। दरअसल, छात्र लापता हुए दोनों छात्रों की हत्या के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे।