सिर्फ नाम कमाने के लिए भी राष्ट्रपति पद की दावेदारी ठोक रहे कई लोग
राष्ट्रपति की उम्मीदवारी पर सरकार और विपक्ष के बीच भले ही कोई सहमति नहीं बन पाई है, लेकिन देश के विभिन्न इलाकों से लोग इस पद के लिए दावेदारी ठोक रहे हैं।
नई दिल्ली: राष्ट्रपति की उम्मीदवारी के सवाल पर सरकार और विपक्षी पार्टियों के बीच भले ही कोई सहमति नहीं बन पाई है, लेकिन देश के विभिन्न प्रदेशों-शहरों से शनिवार तक 15 लोगों ने देश के सर्वोच्च पद के लिए उम्मीदवारी के पर्चे लोकसभा सचिवालय में दाखिल कराए हैं। लोकसभा महासचिव अनूप मिश्रा राष्ट्रपति चुनाव के रिटर्निंग अधिकारी नियुक्त हैं।
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शनिवार को जिन दो लोगों ने नामांकन पर्चे भरे हैं उनमें से ऋषिकेश और दूसरा दिल्ली का है। 15 में से 9 उम्मीदवारों ने इस पद के लिए जरूरी 15 हजार रुपए की नामांकन फीस जमा नहीं की है।
नामांकन दाखिल करने वालों में से 7 लोगों में से 6 लोगों के नामांकन शुक्रवार को और ऋषिकेश निवासी अजय कथूरिया का नामांकन शनिवार को निरस्त कर दिया गया क्योंकि उनके नामांकन के साथ मतदाता सूची संलग्न नहीं थी।
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हालांकि, जो नामांकन अवैध घोषित किए जाएंगे उनकी आधिकारिक घोषणा 28 जून को की जाएगी। बता दें कि यदि नामांकन प्रक्रिया पूरी होने के बाद चुनाव यदि जरूरी हुआ तो यह अगले महीने 17 जुलाई को देश भर में एक साथ संपन्न होगा। वोटों की गिनती का काम 20 जुलाई को पूरा हो जाएगा।
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सोमवार को जिन दो लोगों ने नामांकन पत्र दाखिल किया उनमें दिल्ली निवासी सुशील कुमार अग्रवाल भी शामिल हैं। चुनाव कार्यक्रम के हिसाब से नामांकन 28 जून को दोपहर 3 बजे तक स्वीकार किए जाएंगे।