ये 5 कंपनीज चाहें तो महीनों चला सकती हैं पूरे हिंदुस्तान को

आईटी दिग्गज माइक्रोसॉफ्ट की ट्रिलियन डॉलर क्लब में धमाकेदार इंट्री हुई है। आपको बता दें, दिसंबर 1999 में माइक्रोसॉफ्ट 618.9 अरब डॉलर के मार्केट कैप के साथ दुनिया की सबसे कीमती कंपनी बन कर समाने आई थी। ये रेकॉर्ड अगस्त 2012 में ऐपल ने तोड़ दिया।

Update: 2019-04-29 11:01 GMT

नई दिल्ली: आईटी दिग्गज माइक्रोसॉफ्ट की ट्रिलियन डॉलर क्लब में धमाकेदार इंट्री हुई है। आपको बता दें, दिसंबर 1999 में माइक्रोसॉफ्ट 618.9 अरब डॉलर के मार्केट कैप के साथ दुनिया की सबसे कीमती कंपनी बन कर समाने आई थी। ये रेकॉर्ड अगस्त 2012 में ऐपल ने तोड़ दिया।

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इस समय ऐपल, ऐमजॉन और माइक्रोसॉफ्ट ट्रिलियन डॉलर क्लब के मेंबर हैं, इसके साथ ही कुछ दिनों में आपको इस क्लब में गूगल की मदर कंपनी ऐल्फाबेट और फेसबुक भी नजर आने लगेंगी।

अब यदि इन 5 कंपनियों के मार्केट कैप पर नजर डालें तो ये हमारे देश की अर्थव्यवस्था के आकार (2.67 ट्रिलियन डॉलर) से करीब 67 फीसदी अधिक है है।

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फरवरी 2014 में सत्या नडेला के माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ का पद संभालने के बाद से कंपनी का मार्केट कैप सालाना औसतन 145.6 अरब डॉलर की दर से बढ़ा है।

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