PM ने नोटबंदी विरोधियों को दी नसीहत, कहा- जिसे न समझें, उसकी आलोचना न करें
मुंबईः यहां हो रहे ग्लोबल सिटीजन फेस्टिवल को शनिवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से संबोधित किया। इस दौरान पीएम ने नोबल पुरस्कार हासिल करने वाले बॉब डिलन के एक गीत की लाइनों को थोड़ा बदला। उन्होंने नोटबंदी विरोधियों की ओर इशारा करते हुए कहा, "जिसे न समझें, उसकी आलोचना न करें।" डिलन के इस गीत को बदलाव का गीत माना जाता है।
मोदी ने क्या कहा?
मोदी ने कहा कि 2014 में उन्होंने न्यूयॉर्क के सेंट्रल पार्क में ग्लोबल सिटिजन फेस्टिवल में शामिल होने का लुत्फ उठाया था। इस बार व्यस्तता होने की वजह से वह कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सके। उन्होंने कहा कि मेरे खुद के प्रेरणास्रोत हैं, लेकिन आप लोग शायद बॉब डिलन, नोरा जोन्स, क्रिस मार्टिन और एआर रहमान को ज्यादा पहचानते होंगे। इसके बाद ही पीएम ने डिलन के गीत का उदाहरण दिया।
मोदी ने क्या दी नसीहत?
पीएम नरेंद्र मोदी ने 1964 में रिलीज हुए डिलन के गीत की लाइनों को थोड़ा बदला। उन्होंने कहा, "पूरे संसार से सभी माता-पिता आएं और वे जिसे समझ नहीं सकते, उसकी आलोचना न करें। आपके बेटे-बेटियां आपके आदेशों से भी आगे हैं। आप तेजी से बुढ़ापे की ओर बढ़ रहे हैं। अगर आप बदलाव में हिस्सेदार नहीं हो सकते, तो इस नवीनता से अलग हो जाएं।"