बड़ी कामयाबीः आधा हुआ चीन से व्यापार घाटा, मोदी का भारत आत्मनिर्भर

केंद्र की मोदी सरकार का आत्मनिर्भर भारत (Atmanirbhar Bharat) अभियान सफल होता नजर आ रहा है। दरअसल, इस वित्त वर्ष के अप्रैल से अगस्त महीने के बीच चीन से होने वाला व्यापार घाटा करीब आधा हो चुका है। 

Update:2020-10-09 17:33 IST
पांच महीने में आधा हुआ चीन से व्यापार घाटा

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना संकट काल के दौरान अपने सम्बोधन में देश को आत्मनिर्भर बनाने के संकल्प का रोडमैप प्रस्तुत किया। कोरोना काल में प्रधानमंत्री का विशेष फोकस आत्मनिर्भर भारत और लोकल के लिए वोकल बनने पर रहा। वहीं अब मोदी सरकार का आत्मनिर्भर भारत (Atmanirbhar Bharat) अभियान सफल होता नजर आ रहा है। बताया जा रहा है कि इस वित्त वर्ष 2020-21 के पहले पांच महीनों में चीन से होने वाला व्यापार घाटा (Trade Deficit) करीब आधा हो चुका है।

इसलिए व्यापार घाटा हुआ आधा

बताया जा रहा है कि चीन को होने वाले भारतीय निर्यात बढ़ने और मोदी सरकार की ओर से आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत उठाए जाने वाले कदमों के कारण आयात में आई कमी की वजह से ऐसा संभव हो पाया है। इसके अलावा भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद देश में बने चीन विरोधी माहौल की वजह से भी सरकार ने चीन से आने वाले आयात पर कई अंकुश लगाए हैं। साथ ही चीन के तमाम माल की भारत में डंपिंग रोकने के लिए एंटी डंपिंग शुल्क लगाए गए हैं।

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(फोटो- सोशल मीडिया)

कितना हुआ व्यापार घाटा?

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस वित्त वर्ष (2020-21) के पहले पांच महीने यानी अप्रैल से अगस्त के बीच दोनों देशों के बीच होने वाला व्यापार घाटा केवल 12.6 अरब डॉलर यानी करीब 93 हजार करोड़ रुपये रहा। वहीं पिछले वित्त वर्ष (2019-20) की इसी अवधि (अप्रैल से अगस्त) में यह घाटा 22.6 अरब डॉलर का था। वहीं इससे पहले यानी 2018-19 में चीन से व्यापार घाटा 23.5 अरब डॉलर का था।

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इन दो प्रमुख वजहों से व्यापार घाटे में आई कमी

माना जा रहा है कि मोदी सरकार के आत्मनिर्भर भारत अभियान और चीन से सीमा पर बढ़े तनाव की वजह से व्यापार घाटे में कमी आई है। गौरतलब है कि जून महीने में चीन और भारत की सेनाओं के बीच हुई खूनी झड़प के बाद भारत में चीनी प्रॉडक्ट को बैन करने की मांग होने लगी। इस बीच सरकार ने चीन पर कई तरह के प्रतिबंध लगाए और साथ ही आत्मनिर्भर भारत अभियान को बढ़ावा दिया। भारत ने लगातार चीन से अपनी व्यापारिक निर्भरता कम करने की कोशिश की है।

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