आज रात कमलनाथ की बढ़ेंगी मुसीबतें, लग सकता है इनको तगड़ा झटका

मध्य प्रदेश में राजनीति के चक्रव्यूह में कमलनाथ की सरकार फंसती नजर आ रही है। जहां इसकी शुरूआत कांग्रेस के कद्दावर नेता व पार्टी के महासचिव ज्योतिरादित्य....

Update: 2020-03-16 10:09 GMT

भोपाल। मध्य प्रदेश में राजनीति के चक्रव्यूह में कमलनाथ की सरकार फंसती नजर आ रही है। जहां इसकी शुरूआत कांग्रेस के कद्दावर नेता व पार्टी के महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया के इस्तीफे से हुई थी, और यह सिलसिला लगातार जारी है। सिंधिया के बाद कांग्रेस के 22 विधायकों के गायब होने की खबर आई।

ये भी पढ़ें-कमलनाथ के 10 दिन: क्या बचा पाएंगे सत्ता या BJP के इन विकल्पों से गिरेगी सरकार

जिसमें छह मंत्री भी हैं, उन सभी मंत्री के इस्तीफा को विधानसभा के अध्यक्ष ने स्वीकार कर लिया है। जहां अब विधानसभा में कूल विधायकों की संख्या 222 हो गई है। जिसमें दो विधायकों का सीट पहले से ही खाली था। भाजपा के पास 106 विधायक हैं वहीं कांग्रेस के पास विधायकों की संख्य़ा 100 के अंदर सिमटती नजर आ रही है।

चार निर्दलीय, सपा व बसपा के विधायकों का समर्थन प्राप्त है

अगर कांग्रेस की माने तो कमलनाथ सरकार को चार निर्दलीय, सपा व बसपा के विधायकों का समर्थन प्राप्त है। लेकिन फिर भी आंकड़ा बहुमत से दुर है। वहीं उड़ती-उड़ती खबर आ रही है की आज की रात कमलनाथ व कांग्रेस के लिए भारी साबित हो सकती हैं।

ये भी पढ़ें-कोरोना वायरस पर सरकार बेहद सख्त, ये नियम तोड़ने पर 91 हजार जुर्माना, होगी जेल

आज से कल तक कांग्रेस के कुछ और विधायकों को टुटने का दावा किया जा रहा है। जिससे कमलनाथ सरकार अल्पमत में आ जाएगी और कमलनाथ सरकार गिर जाएगी। वहीं भाजपा अपने 106 विधायकों की परेड राज्यपाल के सामने सौंपी है और उन सभी विधायकों के लिस्ट राज्यपाल को सौंपी हैं।

भाजपा के छह विधायक हमारे संपर्क में हैं-पीसी शर्मा

वहीं कांग्रेस के कद्दावर नेता व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा की भाजपा के छह विधायक हमारे संपर्क में हैं और हमारी सरकार पुरी तरह स्थिर है, हम पुरे पांच साल तक सरकार चलाएंगे।

 

 

वहीं दूसरी ओर उन्होंने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा के द्वारा एक चुनी हुई सरकार को गिराने का कुत्सित प्रयास हमेशा किया जाता हैं। वहीं विधायकों की खरीद-फरोख्त व अगवा करना इनका पुराना चाल रहा है।

Tags:    

Similar News