मुख्तार अब्बास नकवी ने मोदी कैबिनेट से दिया इस्तीफा, उपराष्ट्रपति पद के हो सकते हैं प्रत्याशी
बता दें कि मुख्तार अब्बास नकवी को भाजपा ने बीते दिनों हुए राज्यसभा के द्विवार्षिक चुनाव में कहीं से भी उम्मीदवार नहीं बनाया था। इसी के बाद से केंद्रीय मंत्रीमंडल से नकवी के विदाई की अटकलें लगने लगी थीं।
Vice Presidential Election 2022: केंद्रीय अल्पसंख्यक मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। बुधवार को वो केंद्रीय मंत्रिमंडल की अपने आखिरी बैठक में शामिल हुए, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके योगदान की सराहना की। नकवी का राज्यसभा में कार्यकाल सात जुलाई को समाप्त हो रहा है। बता दें कि मुख्तार अब्बास नकवी को भाजपा ने बीते दिनों हुए राज्यसभा के द्विवार्षिक चुनाव में कहीं से भी उम्मीदवार नहीं बनाया था। इसी के बाद से केंद्रीय मंत्रीमंडल से नकवी के विदाई की अटकलें लगने लगी थीं।
बीजेपी बना सकती है उपराष्ट्रपति का उम्मीदवार
पूर्व केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी जैसे ही राज्यसभा के उम्मीदवारी के दौर से बाहर हुए अटकलें लगने लगी बीजेपी उन्हें उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बना सकती है। ये अटकलें तब और प्रबल हो गईं, जब हालिया रामपुर लोकसभा उपचुनाव में बीजेपी ने नकवी को न बनाकर घनश्याम लोधी को अपना उम्मीदवार बनाया था। इससे पहले यह माना जा रहा था कि राज्यसभा में टिकट से वंचित रहे केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी को भी रामपुर के मैदान में उतारा जा सकता है।
हालांकि नकवी इस बात से इनकार कर रहे थे। नकवी मान रहे थे कि केवल पौने दो साल बाद लोकसभा चुनाव की घोषणा हो जाएगी, ऐसे में इतने कम वक्त के लिए वह मैदान में नहीं उतरना चाहते थे। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि नकवी किसी कारणवश इस उपचुनाव में हार जाते, तो उनके राजनीतिक भविष्य पर भी सवाल उठ खड़े होते, इसलिए वह कोई रिस्क नहीं लेना चाहते थे। मुख्तार के नजदीकियों के मुताबिक, बीजेपी उन्हें उपराष्ट्रपति का उम्मीदवार बना सकती है। इस तरह वह भाजपा के अल्पसंख्यक चेहरा के तौर पर प्रमोट होंगे।
बता दें कि मुख्तार अब्बास नकवी तीन बार राज्यसभा के सांसद रहे हैं। वह तीन बार 1998,1999 और 2004 में लोकसभा का चुनाव भी लड़े, लेकिन सफलता केवल पहली बार यानी 1998 में ही मिल सकी। अपने पहले चुनाव में जीत हासिल करने वाले नकवी को इसका इनाम भी मिला। उन्हें तत्कालीन अटल बिहारी सरकार में सूचना एवं प्रसारण मंत्री बनाया गया था।
कब होगा उपराष्ट्रपति का चुनाव
उपराष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए अधिसूचना जारी हो चुकी है। इसके मुताबिक 6 अगस्त को उपराष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होगा और उसी दिन नतीजे भी घोषित कर दिए जाएंगे। उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने की प्रक्रिया मंगलवार से शुरू हो चुकी है। यह प्रक्रिया 19 जुलाई तक चलेगी। पत्रों की जांच 20 जुलाई तक की जाएगी और 22 जुलाई तक नाम वापस लिए जा सकेंगे। बता दें कि वर्तमान उपराष्ट्रपति वैंकया नायडू का कार्यकाल 10 अगस्त को समाप्त हो रहा है।
इससे पहले 18 जुलाई को राष्ट्रपति पद का चुनाव होना है। जिसमें सत्तारूढ़ एनडीए की तरफ से आदिवासी नेत्री द्रौपदी मुर्मू चुनाव मैदान में हैं, तो वहीं विपक्ष की तरफ से पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा को प्रत्याशी बनाया गया है। राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे 21 जुलाई को आएंगे।