दो साल में दस गुना बढ़ गए नकली नोट

Update:2023-07-31 18:30 IST
दो साल में दस गुना बढ़ गए नकली नोट

नई दिल्ली। देश में नकली नोटों का कारोबार तेजी से फिर फैल रहा है। अनुमान है कि बीते दो साल में नकली नोटों की संख्या 10 गुना से ज्यादा बढ़ गई है। भारतीय रिजर्व बैंक ने 2017-18 और 2018-19 में नकली नोटों संख्या जारी की है जिसमें इसका खुलासा हुआ है। दरअसल, नोटबंदी के बाद 2016-17 से लेकर 2018-19 के बीच भारतीय करेंसी का रूप पूरी तरह से बदल दिया गया है। सुरक्षा के तमाम उपाय भी किये गये हैं फिर भी नकली नोटों की संख्या में साल-दर-साल इजाफा हो रहा है।

अभी तक बड़े नोट ही नकली पाये जाते थे लेकिन अब 10, 20 और 50 के नोट भी नकली आने लगे हैं और इनकी संख्या लगातार बढ़ रही है। रिजर्व बैंक की रिपोर्ट कहती है सिर्फ एक साल में 10, 20, और 50 रुपए में पाए गए जाली नोटों में क्रमश: 20.2, 87.2 और 57.3 फीसदी की बढ़ोतरी हो गई।

 

2017 में बैंकों ने 50 रुपए के 9222 नोट नकली पकड़े गए थे। वर्ष 2019 में ये संख्या 36,875 हो गई। वैसे तो 100 रुपए के जाली नोटों में 7.5 फीसदी की कमी आई है। इस कमी के बाद भी एक साल में 2.20 लाख नकली नोट सौ के ही पकड़े गए। इससे साफ है कि बाजार में सबसे ज्यादा 100 रुपये के नकली नोट घूम रहे हैं। 2018 में 200 रुपए के 79 जाली नोट पकड़े गए थे, जबकि इस साल इनकी संख्या 12,728 हो गई। यानी एक साल में 200 रुपये की नकली करेंसी में 160 गुना इजाफा हुआ। एक साल में 500 के नकली नोटों में 121 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। 2016-17 में 500 के सिर्फ १९९ जाली नोट मिले थे। 2018-19 में यह संख्या 22 हजार पहुंच गई। अब तो नकली नोटों का कारोबार करने वालों ने नई डिजाइन में भी फूलप्रूफ नकली करेंसी को मार्केट में झोंक दिया है।

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पाकिस्तान में छपते हैं नोट

पाकिस्तान में नकली करेंसी की छपाई और तस्करी का काम फिर तेज हो गया है। इस धंधे से जो कमाई होती है उससे लश्कर, जैश जैसे उग्रवादी गुटों की फाइनेंसिंग का काम किया जाता है। सूत्रों के अनुसार पाकिस्तान नकली करेंसी की तस्करी के लिए नेपाल और बांग्लादेश में अपने राजनयिक चैनलों का इस्तेमाल कर रहा है। इस धंधे को आईएसआई रेगुलेट करता है और इस बार नकली नोटों की छपाई ऐसी की जा रही है कि उसे पकड़ पाना मुश्किल होता है। काठमांडू एयरपोर्ट पर इसी साल मई में ७ करोड़ ६७ लाख रुपए के नकली नोटों के साथ दाऊद इब्राहिम के साथी यूनुस अंसारी समेत चार लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। २१ सितंबर को पंजाब पुलिस ने सिख अलगाववादियों के पास से १० लाख रुपए के नकली नोट पकड़े थे। पता चला था कि ये नोट पाकिस्तान से तस्करी कर के लाए गए थे। तीन दिन बाद २५ सितम्बर को ढाका पुलिस ने ५० लाख रुपए के नकली नोट पकड़े थे। ये नोट दुबई से भेजे गए थे।

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नेपाल सीमा पर आईएसआई ने नकली नोटों के एजेंटों का नेटवर्क बना रखा है। राजनयिक चैनलों के जरिए दुबई, कुआलालम्पुर, हांगकांग और दोहा से नकली नोट नेपाल आते हैं। ये नोट काठमांडू से बीरगंज तक एजेंटों के पास पहुंचते हैं और फिर सीमा पार कराके भारत में घुसाए जाते हैं।

मालदा में 1 लाख के नकली नोट बरामद

भारत में बांग्लादेश से नकली नोटों की बड़े पैमाने पर आवक होती है। नोटबंदी के बाद इस पर कुछ रोक लगी थी लेकिन अब फिर ये कारोबार तेजी पकड़ चुका है। पश्चिम बंगाल के मालदा जिले में हाल में एक व्यक्ति को २००० रुपए के ५० नकली नोटों के साथ गिरफ्तार किया गया है। खुफिया जानकारी के आधार पर अधिकारियों ने कलिअचक थानाक्षेत्र में शाहबाजपुर गांव में छापा मारा और 36 वर्षीय रफीकुल मोमिन को गिरफ्तार किया है। इससे पहले भी स्पेशल टास्क फोर्स की एंटी एफआईसीएन टीम ने मालदा में एक व्यक्ति को नकली नोटों के साथ गिरफ्तार किया था, जिसके पास से 1,92,000 रुपए के नकली नोट बरामद किए गए थे। आरोपी की पहचान मालदा के बैष्णबनगर के कुम्भीरा गांव निवासी यूसुफ शेख (21) के रूप में हुई थी। उन्हें 2,000 रुपए मूल्य के 96 नकली नोट थे।

हरियाणा में 35 लाख के नकली नोट पकड़े

हरियाणा में दो हजार और पांच सौ के 34.68 लाख रुपए के नकली नोट पकड़े गए हैं। ये नोट एक कार में लाए जा रहे थे। राज्य में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर वाहनों की जांच पड़ताल की जा रही है। उसी क्रम में ये बरामदगी हुई।

लोन देकर 1 करोड़ के नकली नोट थमाए

छत्तीसगढ़ के कोरबा में महिला समूहों को लोन देने की प्रोसेसिंग फीस के बहाने 96 हजार लेकर एक युवक 8 लाख के नकली नोट थमा गया। पुलिस ने उसे पेंड्रा के बचरवार गांव से गिरफ्तार किया है। बताया जाता है कि पसान थाना अंतर्गत लैंगा गांव में 3 हफ्ते पहले बाइक पर पहुंचे दो युवक ने खुद को लोन बांटने वाली एक कंपनी का कर्मचारी बताते हुए महिला समूह को बिना ब्याज के लोन देने का झांसा दिया। इसके बाद 22 महिलाएं 5 समूह बनाकर लोन लेने को तैयार हो गईं। बाद में उनमें से एक युवक ने गांव पहुंचकर महिलाओं से कंपनी में स्वीकृत लोन के बदले 10 प्रतिशत रकम प्रोसेसिंग फीस जमा करने के बहाने उनसे 96 हजार लिए। वहीं सभी समूह को 2-2 हजार के नकली नोट से भरा लिफाफा थमाया। महिलाओं ने जब लिफाफा खोला तो उसमें 2 हजार के सभी नोट नकली थे। मामले की रिपोर्ट पर पसान पुलिस ने धोखाधड़ी व नकली नोट चलाने का मामला दर्ज किया। जांच के दौरान टीम बिलासपुर जिले के पेंड्रा थाना अंतर्गत बचरवार गांव पहुंची, जहां रवि गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी ने अब तक 1 करोड़ रुपए के नकली नोट खपाना स्वीकार किया है।

राजस्थान में 4.77 करोड़ रुपए के नकली नोट बरामद

राजस्थान में भी नकली नोटों का धंधा जोरों पर है। हाल ही में पुलिस की सीआईडी विंग ने राजधानी जयपुर से 4 करोड़ 77 लाख रुपये के नकली नोट बरामद किये। नकली नोट में 500, 200 और 100 मूल्य वर्ग के नोट हैं। पूछताछ में आरोपियों ने नकली नोट दिखाकर ठगी करना स्वीकार किया है।

बिहार में तस्कार गिरफ्तार

बिहार के अररिया जिले के कुर्साकांटा थाना क्षेत्र से सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) ने करीब एक लाख रुपए के जाली नोट के साथ एक तस्कर को गिरफ्तार किया है। बरामद सभी नोट 500 रुपए के हैं।

 

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