PM मोदी ने दिया ये नया नारा, राज्य सरकारों से 15 मई तक मांगे सुझाव
कोरोना संकट और लॉकडाउन के तीसरे चरण के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को सभी राज्यों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए चर्चा की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी मुख्यमंत्रियों से 17 मई के बाद लॉकडाउन की स्थिति के बारे में फीडबैक लिया।
नई दिल्ली: कोरोना संकट और लॉकडाउन के तीसरे चरण के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को सभी राज्यों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए चर्चा की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी मुख्यमंत्रियों से 17 मई के बाद लॉकडाउन की स्थिति के बारे में फीडबैक लिया। करीब 6 घंट लंबी चली इस बैठक के अंत में प्रधानमंत्री मोदी ने भी अपनी बातें रखीं।
खबरों के मुताबिक पीएम मोदी ने बैठक में कहा कि हम आपके लोगों के उत्साह की वजह से यह लड़ाई जीतेंगे जो लोग पूरी बात नहीं रख सके, वे 15 मई तक अपने सुझाव भेजें। उन्होंने कहा कि हम इस बात पर विचार कर रहे हैं कि कैसे और अधिक आर्थिक गतिविधियां चल सकती हैं।
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पीएम मोदी ने बैठक में कहा कि कोरोना के बाद एक नई जीवनशैली विकसित होगी। देश में पर्यटन की असीम संभावनाएं हैं उसको भी नए नजरिए से देखना होगा। टेक्नॉलॉजी को ध्यान में रखकर शिक्षा के नए मॉड्यूल विकसित करने होंगे।
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पीएम मोदी ने अपनी समापन टिप्पणी में कहा कि जन सेवा के कोशिशों को संबोधित करने की आवश्यकता है। इसके साथ ही पीएम मोदी ने नया नारा भी दिया। उनका नया नारा है 'जन से जग तक। इस नए नारे के पीछे पीएम का तर्क था कि जैसे प्रथम विश्व युद्ध और द्वितीय विश्व युद्ध के बाद दुनिया बदल गईं उसी तरह कोरोना के बाद भी चीजें बदल जाएंगी।
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मिली जानकारी के मुताबिक पीएमओ सोच रहा है कि अब राज्यों को भी लॉकडाउन के नियमों से निपटने का अधिकार मिलना चाहिए ताकि जिन नियमों को वे लागू करना चाहते हैं उन्हें लगा सकें। पीएमओ के अनुसार प्रदेशों को लॉकडाउन को आसान बनाने के लिए रणनीति पर चर्चा करनी चाहिए, क्योंकि वे पीएम से शिकायत कर रहे हैं कि अगर लंबे समय तक यह जारी रहा तो उनकी अर्थव्यवस्थाएं दिवालिया हो जाएंगी।