Narendra Modi Government 9 Years: बदल गई जन जन की सोच, नौ साल मोदी सरकार
Narendra Modi Government 9 Years: मोदी के प्रयासों ने भारत की जनता के आत्मगौरव को वापस ला दिया है। समाज के उन वर्गों में स्पष्ट परिवर्तन देखे जा सकते हैं जिन्हें पहले अनदेखा किया गया था।
Narendra Modi Government 9 Years: नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार 30 मई को नौ साल पूरे कर लेगी। एक दशक के करीब हो गया है जब मोदी लहर ने देश को घेर लिया था। देश में पिछले नौ सालों में इतना कुछ हुआ है कि एक बार में उसे समेटना मुमकिन नहीं है। लेकिन ये सरकार जो सबसे बड़ा बदलाव लाई है, वह है सेंटीमेंट में बदलाव। मोदी के प्रयासों ने भारत की जनता के आत्मगौरव को वापस ला दिया है। समाज के उन वर्गों में स्पष्ट परिवर्तन देखे जा सकते हैं जिन्हें पहले अनदेखा किया गया था।
जनजातियों की फिक्र
जनजातीय मामलों के मंत्रालय के बजटीय आवंटन में पिछले नौ वर्षों में सकारात्मक वृद्धि देखी गई है। बजटीय आबंटन 4,295 करोड़ रुपये से 12,000 करोड़ रुपये हो गया है।
- आदिवासी छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय (ईएमआरएस) विकसित किए जा रहे हैं।
Also Read
- राष्ट्रीय सिकल सेल उन्मूलन मिशन एकीकृत तरीके से आदिवासियों में आनुवंशिक रोग के पहलुओं को कवर करेगा।
- प्रधानमंत्री जनजातीय विकास मिशन सुदूर क्षेत्रों में आदिवासियों को रोजगार के अवसर प्रदान करने का काम करता है।
- अनुसूचित जनजातियों के लिए विकास कार्य योजना (डीएपीएसटी) के तहत, जनजातीय मामलों के मंत्रालय के अलावा 41 विभाग शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, सिंचाई, सड़कें, आवास, विद्युतीकरण, रोजगार सृजन, कौशल विकास आदि से संबंधित जनजातीय विकास परियोजनाओं के लिए हर साल कुल योजना आवंटन के 4.3 से 17.5 प्रतिशत धन आवंटित कर रहे हैं। 2013-14 से डीएपीएसटी निधि आवंटन में पांच गुना से अधिक की वृद्धि हुई है। जबकि संख्या बढ़ी, संसद ने भारत के पहले आदिवासी राष्ट्रपति का चुनाव किया।
नार्थईस्ट को दिलाया गौरव
पूर्वोत्तर का देश के बाकी हिस्सों के साथ कुछ हद तक तनावपूर्ण संबंध रहे थे। लेकिन हाल के वर्षों में केंद्र सरकार ने पूर्वोत्तर और अन्य राज्यों के बीच संपर्क बढ़ाने में जबरदस्त प्रगति की है।न केवल बजट आवंटन में पांच गुना वृद्धि हुई बल्कि पूर्वोत्तर और बाकी देश के बीच दूरियां भी बहुत घटीं हैं। पहले से मौजूद राजनीतिक अलगाव को पूरी तरह से खत्म कर दिया गया है।
भाजपा ने एक ऐसे क्षेत्र में अपनी छाप छोड़ी है जो उग्रवाद और सशस्त्र बलों के नियंत्रण के बीच संघर्ष कर रहा था। इलाके के प्रति सम्मान और सार्थक बदलाव लाने के स्पष्ट इरादे के कारण पूर्वोत्तर के लोगों के जीवन में कई गुना सुधार हुआ है।
एक भारत श्रेष्ठ भारत
मोदी सरकार द्वारा चलाए गए सामाजिक रूप से सबसे प्रभावी कार्यक्रमों में से एक है एक भारत श्रेष्ठ भारत कार्यक्रम। काशी-तमिल संगमम और सौराष्ट्र-तमिल संगमम कार्यक्रमों ने उत्तर भारतीयों और दक्षिण भारतीयों को पहले से कहीं ज्यादा करीब ला दिया है।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 में क्षेत्रीय भाषाओं को बढ़ावा देने के लिए कई चीजें रखी गई हैं। जहां भी संभव हो, शिक्षा का माध्यम कम से कम कक्षा पांच तक, लेकिन अधिमानतः कक्षा आठ और उसके बाद तक मातृभाषा होगी। भाषा किसी भी संस्कृति का आईना होती है और संस्कृति को जीवित रखना दिलों को छूने का सबसे अच्छा तरीका है।
समावेश की भावना
पिछले नौ वर्षों में, हर क्षेत्र में बड़े पैमाने पर विकास हुआ है- चाहे वह बुनियादी ढाँचा हो, अर्थव्यवस्था हो, कूटनीति हो, रेल संपर्क हो, सड़क संपर्क हो, चिकित्सा सुविधाएँ हों। इस सरकार को जो सबसे बड़ी जीत का श्रेय दिया जा सकता है वह है समावेश की भावना, एकता की भावना, जुड़ाव की भावना।