जम्मू-कश्मीर में नेशनल कान्फ्रेंस का PDP से गठबंधन से इनकार, उमर अब्दुल्ला ने खारिज किया महबूबा का न्योता

JK Election 2024: उमर अब्दुल्ला ने कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान पीडीपी ने इंडिया गठबंधन के प्रत्याशियों के खिलाफ चुनाव लड़कर इंडिया गठबंधन की चुनावी संभावनाओं को कमजोर बनाया था।

Written By :  Anshuman Tiwari
Update:2024-08-25 09:12 IST

JK Election 2024 (Pic: Social Media)

JK Election 2024: जम्मू-कश्मीर के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ गठबंधन करने के बाद नेशनल कान्फ्रेंस ने पीडीपी के साथ हाथ मिलाने की संभावनाओं को पूरी तरह खारिज कर दिया है। नेशनल कान्फ्रेंस के नेता और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला मैं साफ कर दिया है कि विधानसभा चुनाव के दौरान पीडीपी के साथ किसी भी प्रकार का गठबंधन नहीं होगा। उमर अब्दुल्ला ने कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान पीडीपी ने इंडिया गठबंधन के प्रत्याशियों के खिलाफ चुनाव लड़कर इंडिया गठबंधन की चुनावी संभावनाओं को कमजोर बनाया था। ऐसे में पीडीपी के साथ हाथ मिलाने का कोई सवाल ही नहीं उठता।

नेशनल कान्फ्रेंस का कांग्रेस के साथ गठबंधन

जम्मू-कश्मीर में हाल ही में कांग्रेस और नेशनल कान्फ्रेंस के बीच गठबंधन का ऐलान किया गया था। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने इस बाबत नेशनल कान्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला के साथ चर्चा की थी। इस चर्चा के दौरान दोनों दलों के बीच गठबंधन पर सहमति बन गई। हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि दोनों दल कितनी-कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेंगे।

पीडीपी के साथ गठबंधन से इनकार

कांग्रेस के साथ गठबंधन के बाद उमर अब्दुल्ला ने पीडीपी को भी इस मोर्चे में शामिल करने से साफ तौर पर इनकार कर दिया है। उमर अब्दुल्ला का बयान सियासी नजरिए से इसलिए अहम माना जा रहा है क्योंकि पीडीपी की नेता और जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने नेशनल कान्फ्रेंस के साथ गठबंधन के संकेत दिए थे। शनिवार को पार्टी का घोषणा पत्र जारी करते हुए उन्होंने कहा था कि यदि नेशनल कान्फ्रेंस और कांग्रेस हमारे एजेंडे पर आ जाएं तो हम इन दोनों दलों से तालमेल के लिए तैयार हैं। दूसरी ओर उमर अब्दुल्ला ने ऐसी किसी भी संभावना को खारिज कर दिया है।

नतीजे के बाद होगा सीएम पद पर फैसला

उमर अब्दुल्ला ने दावा किया इस बार जम्मू-कश्मीर में हमारी सरकार बनेगी। उन्होंने कहा कि मैं सीटों की संख्या नहीं बता सकता क्योंकि नंबर एक मजाक बन जाता है। अभी हम लोकसभा चुनाव के दौरान 400 पार के नारे का हश्र देख चुके हैं। ऐसे में हम सीटों की संख्या पर चर्चा नहीं करेंगे, लेकिन इस बार हमारी हुकूमत बनना तय है।उन्होंने कहा कि हमने प्री पोल अलायंस किया है और हमारा गठबंधन अपनी ताकत दिखाने में कामयाब होगा। जम्मू-कश्मीर के नए मुख्यमंत्री के बारे में सवाल पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि पहले नतीजे घोषित होने दीजिए। बाद में मुख्यमंत्री पद को लेकर चर्चा की जाएगी। उन्होंने पीडीपी और भाजपा को लेकर तंज भी कसा। उन्होंने कहा कि इस बात की संभावना है कि चुनाव नतीजे की घोषणा के बाद पीडीपी भाजपा के साथ चली जाए।

महबूबा मुफ्ती ने किए लुभावने वादे

इस बीच पीडीपी की मुखिया महबूबा मुफ्ती ने अपनी पार्टी का चुनावी घोषणा पत्र भी जारी कर दिया है। उन्होंने 200 यूनिट फ्री बिजली देने और पुरानी पेंशन को बहाल करने का वादा किया है। उन्होंने कहा कि यदि नेशनल कान्फ्रेंस और कांग्रेस हमारे घोषणा पत्र को स्वीकार करने और कश्मीर समस्या के समाधान के लिए सहमत होने के लिए तैयार हों तो हम किसी भी सीट पर चुनाव लड़े बिना उनका समर्थन करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि हमारे लिए कश्मीर समस्या का समाधान किसी भी अन्य चीज से ज्यादा महत्वपूर्ण है।

4 अक्टूबर को आएंगे नतीजे

अपने घोषणा पत्र में महबूबा मुफ्ती ने एलओसी के पार भारत और पाकिस्तान के बीच व्यापार की बहाली पर जोर दिया है। उन्होंने संविदा शिक्षकों का मानदेय बढ़ाने और गरीब परिवारों को एक साल में 12 सिलेंडर मुफ्त देने का भी ऐलान किया। वैसे उमर अब्दुल्ला की ओर से चुनावी गठबंधन की संभावना को खारिज किए जाने के बाद अब जम्मू-कश्मीर में बीजेपी, पीडीपी और नेशनल कान्फ्रेंस-कांग्रेस गठबंधन के बीच मुख्य मुकाबला माना जा रहा है। जम्मू-कश्मीर में तीन चरणों में होने वाला चुनाव 18 सितंबर से 1 अक्टूबर तक चलेगा और 4 अक्टूबर को चुनाव नतीजे की घोषणा की जाएगी। 

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