NCRB Report : सावधान! एनसीआरबी के चौंकाने वाले आंकड़े, छात्रों में तेजी से बढ़ रहीं आत्महत्या की घटनाएं, ये शहर बना नंबर - 1
NCRB Report : राष्ट्रीय अपराध ब्यूरो की रिपोर्ट के आधार पर 'छात्र आत्महत्या : भारत में फैली महामारी' रिपोर्ट वार्षिक आईसी-3 सम्मेलन और एक्सपो 2024 में लॉन्च की गई।
NCRB Report : देश में छात्रों की आत्महत्या को लेकर राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो यानी एनसीआरबी के आंकड़े डराने वाले हैं। इन आंकड़ाें पर गौर किया जाए तो छात्रों की आत्महत्या के ग्राफ में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। यह बढ़ोतरी राष्ट्रीय औसत से दोगुनी है, क्योंकि बीते दो दशकों में चार फीसदी की चिंताजनक बढ़ोतरी हुई है। बता दें कि राष्ट्रीय अपराध ब्यूरो की रिपोर्ट के आधार पर 'छात्र आत्महत्या : भारत में फैली महामारी' रिपोर्ट वार्षिक आईसी-3 सम्मेलन और एक्सपो 2024 में लॉन्च की गई।
आईसी-3 सम्मेलन और एक्सपो 2024 में लॉन्च रिपोर्ट में बताया गया कि देश में आत्महत्या के केस में सालाना 2 पर्सेंट की बढ़ोतरी हुई है, जबकि छात्रों की बात की जाए तो आत्महत्या के मामलों में चार फीसदी से अधिक की बढ़ोतरी हुई है, जो चिंताजनक है। यह हाल तब है जब जब छात्रों की आत्महत्या के मामलों की पुलिस में कम ही रिपोर्ट दर्ज कराई जाती है। इस रिपोर्ट के अनुसार, महाराष्ट्र, तमिलनाडु और मध्य प्रदेश में छात्रों ने सबसे ज्यादा आत्महत्या की हैं। यह सबसे खास बात यह राजस्थान का कोटा आत्महत्या के मामलों में हमेशा चर्चा में रहता है, लेकिन इस रिपोर्ट में वह 10वें स्थान पर है।
ये हैं आंकड़े?
एनसीआरबी की रिपोर्ट के मुताबिक, बीते दो दशकों में छात्र आत्महत्या के मामलों में चार फीसदी वृद्धि हुई है, जो चिंताजनक है। बताया जा रहा है कि ये बढ़ोतरी राष्ट्रीय औसत से दोगुनी है। बता दें कि वर्ष 2021 और 2022 के बीच छात्र आत्महत्याओं में 6 प्रतिशत की कमी आई है, जबकि छात्राओं की आत्महत्या में सात फीसदी वृद्धि हुई है। सबसे चौंकाने वाली बात है कि छात्रों की आत्महत्या की घटनाएं जनसंख्या वृद्धि दर और कुल आत्महत्या ट्रेंड, दोनों को क्रास कर गई हैं। बीते दशक में 0-24 वर्ष के बच्चों की आबादी 582 मिलियन से घटकर 581 मिलियन हो गई, जबकि छात्रों की आत्महत्या की संख्या 6,654 से बढ़ कर 13,044 तक हो गई है।