नेपाल का कारनामा : अब बिहार सीमा पर की ये हरकत, भारत हुआ अलर्ट
नेपाल और भारत के बीच विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। अब इस विवाद में बिहार की सीमा भी जुड़ गयी है। नेपाल के राजनीति सरगर्मी के बीच वहां के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली पर इस्तीफे का दबाव है, लेकिन इससे बचने के लिए ओली भारत से जानबूझ का विवाद बढ़ा रहे है ताकि नेपाल की जनता ता ध्यान उनसे हटे।
मोतिहारी नेपाल और भारत के बीच विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। अब इस विवाद में बिहार की सीमा भी जुड़ गयी है। नेपाल के राजनीति सरगर्मी के बीच वहां के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली पर इस्तीफे का दबाव है, लेकिन इससे बचने के लिए ओली भारत से जानबूझ का विवाद बढ़ा रहे है ताकि नेपाल की जनता ता ध्यान उनसे हटे।
पुलिस ने विवाद पैदा
हुआ ये है कि बिहार के रक्सौल में भारत-नेपाल सीमा है। जहां नेपाल पुलिस ने विवाद पैदा करने की कोशिश की है। भारत-नेपाल सीमा पर लगातार नेपाल की गैर जिम्मेदाराना हरकतें जारी हैं । एक बार फिर नेपाल ने दुस्साहस किया है । बिहार के रक्सौल बॉर्डर के नो मेंस लैंड पर नेपाल सरकार की तरफ से बोर्ड लगा दिया गया है । नेपाल पुलिस ने बोर्ड लगाकर उसे अपनी सीमा बताया है। इससे रक्सौल बार्डर पर तनाव बढ़ गया है । नेपाल नो मेंस लैंड को ही अपनी सीमा दिखा रहा है।
नेपाल की तरफ से भारत-नेपाल मैत्री पुल से सटाकर लगाए इस बोर्ड पर लिखा है- जिला प्रहरी कार्यालय पर्सा, वीरगंज सीमा क्षेत्र प्रारंभ। इसके अलावा उस बोर्ड पर वहां के स्थानीय नेपाली अधिकारियों के मोबाइल नंबर भी लिखे गए हैं।
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नो मेंस लैंड बोर्ड
बता दें कि रक्सौल में भारत-सीमा पर एक नदी बहती है जिस पर भारत और नेपाल के लोगों की सुविधाओं के लिए पहले एक पुल बनाया गया था। यही नदी एक तरह से दोनों देशों के बीच सीमा निर्धारण भी करती है। नो मेंस लैंड पर बने इस पुल का निर्माण भी भारत सरकार ने करवाया था। सबसे खास बात ये है कि यहां कोई पिलर नहीं है। हालांकि इससे पहले वहां वेलकम टू नेपाल लगा हुआ था। यह किसी प्राइवेट आदमी ने लगाया था, लेकिन आज की परिस्थिति के अनुसार एक बार फिर नेपाल जिला प्रशासन की ओर से लगाए गए सीमा प्रारंभ वाले बोर्ड से विवाद बढ़ने की आशंका है।
चीन का साथ पाकर नेपाल भारत के खिलाफ तनाव पैदा करने में लगा है। सीतामढ़ी जिला क्षेत्र के नेपाल पुलिस के फायरिंग से एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद पूर्वी चंपारण जिले के लगे नेपाल सीमा एरिया के छौड़ा दानो के पास फसल काटने, ढाका के पास लालबकेया नदी पर गोअबारी के पास तटबंध निर्माण पर रोक लगा दी गई थी। लेकिन अब खबर आ रही है कि नेपाल द्वारा लगाया गए बोर्ड को वहां से हटाए जाने की भी प्रक्रिया शुरू हो गई थी।
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लोगों में गुस्से
भारतीय सीमा क्षेत्र में नेपाल की ओर से कई बार सड़क निर्माण का भी प्रयास हो चुका है। हालांकि स्थानीय प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर सड़क निर्माण रुकवा दिया। मगर, इससे आने वाले दिनों में दोनों देशों के बीच विवाद बढ़ सकता है। दूसरी ओर एक दिन पहले नेपाल की ओर से सड़क निर्माण रुकवाने के बाद जिला प्रशासन ने एसएसबी के हवाले से दावा किया कि नोमेंस लैंड पर किसी भी तरह का अतिक्रमण नहीं है। हालांकि बोर्ड लगने की खबर के बाद बिहार के लोगों की तरफ से विरोध भी किया गया है। बॉर्डर पर लगी एसएसबी भी वहां पहुंची है। रक्सौल से नेपाल में प्रवेश करने वाले पुल पर बोर्ड लगाने के बाद स्थानीय लोग काफी गुस्से में हैं