Niger Crisis: नाइजर में रह रहे भारतीयों के लिए विदेश मंत्रालय ने जारी की एडवाइजरी, जल्द देश लौटने की सलाह
Niger Crisis: भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि, मौजूदा स्थिति को देखते हुए जिन भारतीय नागरिकों की उपस्थिति आवश्यक नहीं है, उन्हें जल्द से जल्द नाइजर छोड़ने की सलाह दी जाती है।
Niger Crisis: भारत ने नाइजर में रहने वाले भारतीयों के लिए शुक्रवार (11 अगस्त) को एडवाइजरी जारी की। केंद्र सरकार ने भारतीयों को नाइजर छोड़ने की सलाह दी है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने बताया कि, 'नाइजर में जारी संकट के मद्देनजर ये सलाह जारी की गई है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची (Arindam Bagchi) ने कहा कि, 'भारत सरकार नाइजर में चल रहे घटनाक्रम पर बारीकी से नजर बनाए रखी है।
अरिंदम बागची ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि, मौजूदा स्थिति को देखते हुए जिन भारतीय नागरिकों की उपस्थिति आवश्यक नहीं है, उन्हें जल्द से जल्द देश (नाइजर) छोड़ने की सलाह दी जाती है। बागची ने ये भी कहा कि, 'उन्हें यह ध्यान में रखना चाहिए कि हवाई क्षेत्र वर्तमान में बंद है।'
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि, 'नाइजर में रह रहे भारतीयों को यह ध्यान रखना चाहिए कि हवाई क्षेत्र वर्तमान में बंद हैं। सड़क (सीमा) के माध्यम से निकलते समय सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अत्यधिक सावधानी बरती जा सकती है। उन्होंने आगे कहा, जो लोग आगामी दिनों में नाइजर जाने की सोच रहे हैं, उन्हें भी स्थिति सामान्य होने तक अपनी यात्रा योजनाओं पर पुनर्विचार करने की सलाह दी जाती है।'
नाइजर में संकट की वजह क्या है?
दरअसल, अफ़्रीकी देश नाइजर में 26 मई को तख्तापलट हुआ था। तख्तापलट के बाद राष्ट्रपति को पद से हटा दिया गया था। सेना ने शासन पर कब्जा जमा लिया। नाइजर के तत्कालीन राष्ट्रपति सेना ने हिरासत में ले लिया था। इस पर अमेरिका (USA), यूरोप समेत संयुक्त राष्ट्र (United Nations) ने चिंता जताई थी।
नाइजर में करीब 250 भारतीय हैं
अरिंदम बागची से जब ये पूछा गया कि, अफ्रीकी देश नाइजर (African country Niger) में फ़िलहाल कितने भारतीय हैं। उन्होंने बताया कि, वहां लगभग 250 भारतीय हैं। हम चाहते हैं कि वे सभी अपना रजिस्ट्रेशन करवाएं। वे सभी सुरक्षित हैं। भारतीय दूतावास (Indian Embassy in Niger) उन्हें देश से निकालने और रसद पहुंचाने की कोशिश कर रहा है।