2014 में 15 करोड़...आज 50 करोड़ भारतीयों के पास हैं बैंक खाते, वाइब्रेंट गुजरात में सीतारमण ने कहीं ये बड़ी बातें

Vibrant Gujarat Summit: भारत 2027-28 तक पांच ट्रिलियन डॉलर से अधिक की जीडीपी के साथ दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा।

Report :  Viren Singh
Update:2024-01-10 17:40 IST

Nirmala Sitharaman (सोशल मीडिया) 

Vibrant Gujarat Summit: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदर्शिता का ही परिणाम है कि जनधन खाते के जरिये आज भारत में 50 करोड़ से अधिक लोगों के पास बैंक खाते हैं। केंद्र में भाजपा सरकार आने से पहले साल 2017 से पहले 15 करोड़ भारतीयों के पास ही केवल बैंकों में खाता था। उन्होंने कहा पिछले 8-9 साल में भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के जरिये 595 अरब डॉलर का निवेश आया है। केंद्रीय वित्त मंत्री बुधवार को गुजरात के गांधी नगर में आयोजित हुए वाइब्रेंट गुजरात वैश्विक शिखर सम्मेलन -2024 में शामिल हुईं।

2027-28 भारत बन जाएगा तीसरी अर्थव्यवस्था

समिट को संबोधित करते हुए निर्मला सीतारमण ने कहा कि भारत 2027-28 तक पांच ट्रिलियन डॉलर से अधिक की जीडीपी के साथ दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। साथ ही, देश की अर्थव्यवस्था का आकार साल 2047 तक 30 करोड़ डॉलर तक पहुंच जाएगा। उन्होंने कहा कि संभव है कि हम वित्त वर्ष 2027-28 तक विश्वक की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था होंगे और हमारी जीडीपी उस समय तक पांच लाख करोड़ डॉलर (पांच ट्रिलियन डॉलर) से अधिक हो जाएगी।

अर्थव्यवस्था में होगी 7.3 प्रतिशत की वृद्धि

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वर्तमान में भारत लगभग 3.4 लाख करोड़ डॉलर के जीडीपी के साथ दुनिया की पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था है। अभी हमसे अमेरिका, चीन, जापान और जर्मनी उससे आगे हैं। भारतीय अर्थव्यवस्था के चालू वित्त वर्ष में 7.3 प्रतिशत की दर से बढ़ने का अनुमान है, जबकि पिछले वित्त वर्ष में इसकी वृद्धि दर 7.2 प्रतिशत रही थी। उन्होंने कहा कि भारत को साल 2023 तक बीते 23 वर्षों के दौरान 919 अरब डॉलर का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) मिला है, जबकि इसमें मोदी सरकार के दौरान 65 फीसदी एफडीआई प्राप्त हुआ है। भाजपा की सरकार बनने के बाद 595 अरब डॉलर का भारत में एफडीआई आया है।

सीतारमण ने की समावेशी विकास की वकालत

उन्होंने वित्तीय समावेशन के बारे में बात करते हुए कहा कि मौजूदा समय भारत 50 करोड़ लोगों के पास बैंक खाता हो गए हैं। हालांकि जब केंद्र की सत्ता में कांग्रेस की सरकार थी, जब यह आंकड़ा 15 करोड़ था। साल 2014 तक देश में 15 करोड़ लोगों के पास बैंक खाते थे। वित्त मंत्री ने लंबी अवधि में समावेशी विकास को बढ़ावा देने की वकालत की और इससे जरूरत करार देते हुए कहा कि हमारी सरकार इसके लिए प्रतिबद्ध है।

समिट को पीएम मोदी ने किया संबोधित

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार 10 जनवरी को वाइब्रेंट गुजरात वैश्विक शिखर सम्मेलन के दसवें संस्करण का उद्घाटन किया। 10 से 12 जनवरी तक आयोजित होने वाले शिखर सम्मेलन का विषय 'गेटवे टू द फ्यूचर' है। इस ग्लोबल समिट में हिस्सा लेने के लिए दुनिया की कई दिग्गज कंपनियों के समूह भाग लिया है। इसमें मुख्य रूप से माइक्रोसॉफ्ट, नैस्डैक, गूगल व सुजुकी ग्रुप शामिल है। भारत से रिलायंस समूह, अडानी ग्रुप और टाटा समूह के अलावा कई अन्य कारोबारी समूह भी इस समिट में हिस्सा लिया। बात दें कि वाइब्रेंट गुजरात वैश्विक शिखर सम्मेलन की शुरूआत तत्कालीन गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ही की थी। पीएम मोदी समिट में दूसरे दिन भी भाग लिया और कार्यक्रम को संबोधित किया। कहा कि आज दुनिया की रेटिंग एजेंसियों को अनुमान है कि भारत जल्द ही दुनिया की तासरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बनाने जा रहे है।

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