Jharkhand: भाजपा नेताओं पर केस दर्ज करने पर भड़के निशिकांत दूबे, सोरेन सरकार पर साधा निशाना, जानें पूरा विवाद
Jharkhand: झारखंड में एक नए मामले को लेकर सत्ताधारी जेएमएम और विपक्षी बीजेपी के बीच ठन गई है। अंकिता के परिवार वालों से मिलने दुमका आए भाजपा नेताओं पर देवघर एयरपोर्ट की सुरक्षा में सेंध लगाने का आरोप लगा है।
Jharkhand News: झारखंड में एक नए मामले को लेकर सत्ताधारी जेएमएम और विपक्षी बीजेपी के बीच ठन गई है। अंकिता के परिवार वालों से मिलने दुमका आए भाजपा नेताओं पर देवघर एयरपोर्ट की सुरक्षा में सेंध लगाने का आरोप लगा है। भाजपा नेताओं पर प्लेन को एयरपोर्ट से दिल्ली के लिए टेक ऑफ करवाने के लिए एटीसी से अपने प्रभाव का गलत इस्तेमाल कर जबरन क्लीरेंस लेने का आरोप लगाया गया है। इस मामले में बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे और मनोज तिवारी समेत 9 लोगों पर एफआईआर दर्ज कराया गया है।
जिन लोगों के ऊपर केस दर्ज कराया गया है, उनमें गोड्डा से बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे, उनके दोनों बेटे माहिकांत दुबे, कनिष्क कांत दुबे, उत्तर पूर्वी दिल्ली से बीजेपी सांसद मनोज तिवारी, फायरब्रांड बीजेपी लीडर कपिल मिश्रा, देवता पांडेय, मुकेश पाठक, पिंटू तिवारी और देवघर एयरपोर्ट के निदेशक संदीप ढ़ींगरा शामिल हैं। देवघर एयरपोर्ट पर तैनात डीएसपी सुमन अमन ने कुंडा थाने में दर्ज एफआईआर में एयरपोर्ट के निदेशक पर अपने कर्तव्यों का सही ढंग से पालन न करने का आरोप लगाया है।
निशिकांत ने सोरेन पर साधा निशाना
गोड्डा से बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने भाजपा नेताओं पर मामला दर्ज किए जाने को लेकर राज्य की हेमंत सोरेन सरकार पर निशाना साधा है। एक के बाद एक अपने सिलसिलवार ट्वीट में उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और सत्ताधारी जेएमएम को जमकर घेरा। भाजपा सांसद ने ट्वीट कर लिखा, पीड़ित परिवार से हम मिलने गए तो आप इतने बौखला गए कि पेड सिस्टम हमें गाली देने लगा। अंकिता व झारखंड के इस्लामी करण से त्रस्त परिवार के इंसाफ़ की लड़ाई केस मुक़दमे से बंद नहीं होगी।
इसके बाद अपने एक दूसरे ट्वीट में उन्होंने कहा कि बीजेपी झारखंड को इस्लामिक राज्य नहीं बनने देगी।
देवघर के डीसी पर भी साधा निशाना
गोड्डा सांसद ने देवघर की डीसी मंजूनाथ भजंत्री को भी निशाने पर लिया। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, चुनाव आयोग ने मेरे खिलाफ झूठे मुकदमे लगाने वाले देवगर के डीसी को हटाने का आदेश पांच दिन पहले दिया था। इसके बदले में जबरदस्ती केस कर दिया गया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत जी का चूल हिलेगा।
ट्वीटर पर देवघर डीसी और निशिकांत दुबे के बीच जोरदार बहस भी हुई। भाजपा सांसद ने डीसी मंजूनाथ भजंत्री को कुछ भी बोलने से पहले विमानन नियमों के अध्ययन करने का सुझाव तक दे डाला।
वहीं पीड़ित परिवार से मिलने आए दिल्ली बीजेपी के नेता कपिल मिश्रा ने भी हेमंत सोरेन सरकार को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, हमारे अंकिता के यहाँ जाने से झारखंड के CM बौखला गए हैं। निशिकांत जी के बेटों तक पर झूठे केस। हम झारखंड के पीड़ितों की आवाज़ उठाते रहेंगे इस्लामिक तुष्टिकरण में डूबी सरकार का पर्दाफ़ाश करते रहेंगे। तुम्हारी पुलिस और मुक़दमे हमें ना डरा सकते, ना रोक सकते। बता दें कि एयरपोर्ट सुरक्षा चूक केस में मिश्रा का भी नाम है।
क्या कहा है डीएसपी ने अपनी शिकायत में?
देवघर एयरपोर्ट की सुरक्षा में तैनात डीएसपी सुमन अमन अपनी शिकायत में लिखा, जब वह एटीसी कंट्रोल रूम पहुंचे, तो वहां एयरपोर्ट के निदेशक संदीप ढींगरा और चाटर्ड प्लेन के पायलट पहले से मौजूद थे। उस समय पायलट ने एटीसी के स्टाफ पर क्लीरेंस के लिए दवाब डाला। कुछ देर बाद सांसद और उनके दोनों बेटे भी एटीसी के अंदर आ गए। उनके द्वारा दवाब बनाए जाने के बाद उन्हें क्लीरेंस मिल गया और वे थोड़ी देर बाद वहां से रवाना हो गए।
डीएसपी सुमन ने अपनी शिकायत में इसे सुरक्षा मानकों का उल्लंघन बताया और कहा कि सीसीटीवी में इसके सबूत मौजूद हैं कि किस तरह 31 अगस्त को सांसद और उनके सहयोगी एटीसी के अंदर जबरन घुसे। दरअसल नवनिर्मित देवघर एयरपोर्ट पर फिलहाल रात में विमानों के उड़ान भरने और उतरने की सुविधा नहीं है। इसलिए शाम 6 बजे के बाद भाजपा नेताओं के चाटर्ड प्लेन को एय़रपोर्ट से टेक ऑफ को नियमों का उल्लंघन माना जा रहा है।