समाज में सिख समुदाय का अतुलनीय योगदान : नीतीश कुमार

Update:2017-12-23 20:07 IST

पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यहां शनिवार को कहा कि सिख समुदाय का हर क्षेत्र में अतुलनीय योगदान रहा है। इस समुदाय के लोगों की आबादी भले ही दो प्रतिशत है, लेकिन योगदान अगर देखा जाए, तो सेना में 20 प्रतिशत सिख हैं, जो देश की रक्षा करते हैं। हरित क्रांति में सबसे बड़ा योगदान सिख समुदाय के लोगों का ही रहा है। पटना के बाईपास स्थित टेंट सिटी के दरबार हॉल में 350वें प्रकाश पर्व के शुकराना समारोह के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे मुख्यमंत्री को तख्त श्री हरमंदिर पटना साहिब द्वारा सरोपा, गुलदस्ता और प्रतीक चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम की शुरुआत अरदास और गुरुवाणी से हुई।

मुख्यमंत्री ने रिमोट के माध्यम से बहुउद्देशीय प्रकाश केंद्र और उद्यान निर्माण योजना का शिलान्यास भी किया।

शुकराना समारोह के मौके पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नीतीश ने कहा, "गुरु गोविंद सिंह जी महाराज की जन्मस्थली पटना साहिब में भव्य तरीके से प्रकाश पर्व का आयोजन होना बिहार के लिए गौरव की बात है। इस मौके पर हमें गर्व की अनुभूति हो रही है।"

उन्होंने कहा, "350वें प्रकाश पर्व में बिहारवासियों की सेवा भावना देखकर आने वाले श्रद्धालुओं की न सिर्फ सोच बदली, बल्कि बिहार के प्रति उनकी जो सोच थी, वह भी बदल गई। उसके बाद हमलोगों ने तय किया कि 350वें प्रकाश पर्व का शुकराना समारोह कर लोगों का शुक्रिया अदा करेंगे, जिसका भव्य स्वरूप आज हम सबके सामने है।"

मुख्यमंत्री ने कहा कि पटना साहिब का तख्त श्री हरमंदिर साहिब, पटना सिटी का गुरुबाग, पटना का बाललीला साहिब, दानापुर का हांडी साहिब, गायघाट का गुरु तेगबहादुर साहिब गुरुद्वारा, राजगीर का गुरुनानक कुंड, मुंगेर का गुरु पच्चीस संगत के अलावा आरा, कटिहार, नवादा, गया, सासाराम एवं भागलपुर के अन्य गुरुद्वारों एवं धार्मिक स्थलों को एक साथ जोड़कर 'गुरु सर्किट' के विकास का निर्णय बिहार सरकार ने लिया है।

उन्होंने कहा कि बिहार सरकार यह प्रयास कर रही है कि देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को इन सारी जगहों का एक साथ भ्रमण करने का मौका मिले।

बहुद्देशीय प्रकाश केंद्र की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि इस केंद्र की स्थापना गुरु के बाग के समीप की जा रही है। इसमें केंद्र सरकार का भी सहयोग है। इसके माध्यम से नई पीढ़ी को गुरु जी के जीवन, उनके उपदेश, कर्म एवं त्याग की जानकारी मिलेगी।

इसके बाद मुख्यमंत्री ने बाइपास स्थित टेंट सिटी में सामूहिक लंगर भी छका तथा लंगर में अपनी सेवा भी दी। लंगर छकने के बाद मुख्यमंत्री ने तख्त श्री हरमंदिर साहिब गुरुद्वारा जाकर मत्था टेका।

शुकराना समारोह के मौके पर आयोजित कार्यक्रम को चिदानंद स्वामी, जैन धर्म के प्रतिनिधि आचार्य लोकेश मुनि, जत्थेदार इकबाल सिंह, केंद्रीय राज्यमंत्री एसएस अहलूवालिया, केंद्रीय राज्यमंत्री हरदीप सिंह पुरी, उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने भी संबोधित किया।

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