Nobel Peace Prize 2022: इन दो भारतीय को मिल सकता है शांति का नोबेल पुरस्कार

Nobel Peace Prize 2022: मीडिया रिपोर्ट के अनुसार ऑल्टन्यूज़ के को-फाउंडर प्रतीक सिन्हा और मोहम्मद ज़ुबैर को शांति के लिए दिए जाने वाला नोबेल प्राइज के लिए नामित किया गया हैं।

Written By :  Durgesh Sharma
Update: 2022-10-05 13:42 GMT

Mohammad Zubair and Pratik Sinha may get Nobel peace prize 2022 (Social Media)

Nobel Peace Prize 2022: फैक्ट-चेकर मोहम्मद जु़बैर (Mohammed Zubair) और प्रतीक सिन्हा (Pratik Sinha) वर्ष 2022 में नोबेल पुरस्कार जीतने के लिए नामित हुए लोगों में से एक हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार ऑल्टन्यूज़ के को-फाउंडर प्रतीक सिन्हा और मोहम्मद ज़ुबैर को शांति के लिए दिए जाने वाले नोबेल प्राइज के लिए नामित किया गया है। दरअसल नामिनेशन का कार्य नॉर्वे के सांसद और ओस्लो का पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (PRIO) करता हैं।

मोहम्मद जुबैर को दिल्ली पुलिस ने इसी वर्ष 27 जून को हिंदू देवता के खिलाफ 2018 में पोस्ट किए गए एक ट्वीट (Tweet) के माध्यम से धार्मिक भावनाओं को आहत (hurting religious sentiments) करने के आरोप में गिरफ्तार किया था। दिल्ली पुलिस की प्राथमिकी के मुताबिक यह ट्वीट बेहद भड़काऊ और दो धर्मों के बीच नफरत उकसाने वाला था। लेकिन ज़ुबैर की गिरफ्तारी की दुनियाभर में आलोचना की गई थी।

इसके बाद पत्रकारों की रक्षा के लिए बनी एक नॉन-गवर्नमेंट समिति ने कहा था कि यह देश में प्रेस की आजादी के लिए एक नई गिरावट है, जहां सरकार सांप्रदायिक मामलों पर रिपोर्टिंग करने वाले पत्रकारों के लिए विरोधी और असुरक्षित माहौल बना रही है। ज़ुबैर को एक महीने बाद सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिली थी। उनकी रिहार्ई तिहाड़ जेल से हुई थी।

नोबेल पुरस्कार की रेस में शामिल है इतने लोग

इस साल शांति के नोबेल पुरस्कार के लिए 343 उम्मीदवारों को शमिल किया गया हैं जिनमे से 251 व्यक्ति और 92 संस्थान हैं। हालांकि नोबल प्राइज कमेटी नामांकित लोगों का नाम नहीं बताती है और ना ही किसी को इसकी जानकारी होती है। लेकिन रॉयटर्स के एक सर्वे के मुताबकि बेलारूस की ऑपज़िश्‌न्‌ लीडर स्वितलाना, ब्रॉडकास्टर डेविड एटेनबर्ग, क्लाइमेट एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग, पोप फ्रांसिस, तुवालु के फॉरेन मिनिस्टर साइमन कोफे और म्यामार की नेशनल यूनिटी सरकार को नॉर्वे के सांसदों ने सलेक्ट किया है।

नोबेल पुरस्कार कमिटी के शांति पुरस्कारों के नियमानुसार किसी पुरस्कार के मिलने के 50 साल पूरे होने तक ना तो उम्मीवारों का नामांकन और ना ही नामांकित करने वाले लोगों के नाम सार्वजनिक होने चाहिए। लेकिन रिपोर्ट्स के अनुसार मिस्टर सिन्हा और जुबैर के अलावा, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेन्सकी, संयुक्त राष्ट्र की रिफ्यूजी एजेंसी, वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइज़ेशन और रूस में व्लादिमिर पुतिन के आलोचक और विरोधी नेता एलेक्सी नावेलनी को भी शांति पुरस्कार (Nobel Peace Prize 2022) के लिए नामित किया गया है।

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