Haryana Violences: जल उठा नूंह,फायरिंग-आगजनी के बाद धारा- 144 लागू, 2 होमगार्ड शहीद, गृह मंत्री विज ने केंद्र से की बात
Nuh Mewat Clashes News: हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने पूरे मामले में कहा कि, इलाके में पर्याप्त संख्या में पुलिस बल तैनात किया जा रहा है। हमने इस मामले में केंद्र सरकार से भी बात की है। हम वहां लगातार शांति-बहाली की कोशिश कर रहे हैं।
Nuh Mewat Clashes News: हरियाणा का मेवात सोमवार (31 जुलाई) को जंग का मैदान बन गया। झड़प से शुरू हुई घटना ने देखते हिंसा का रूप ले लिया। 'भगवा यात्रा' के दौरान विशेष समुदाय के लोगों अचानक पथराव शुरू कर दिया। दो गुटों के बीच हिंसक झड़प हुई। पत्थरबाजी के साथ-साथ फायरिंग भी हुई। इस हिंसा में अब तक दो होमगार्ड की मौत हो गई, जबकि एक इंस्पेक्टर के पेट में गोली लगी है। 10 अन्य पुलिस कर्मियों के साथ एक डीएसपी गंभीर रूप से घायल हुए हैं। हिंसा में कई अन्य लोगों के घायल होने की सूचना है। नूंह में धारा- 144 लगा दिया गया है।
दरअसल, शोभायात्रा को लेकर दो गुट आमने-सामने आ गए। जमकर पत्थरबाजी हुई। इतना ही नहीं 40 से अधिक गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया। इलाके में बेहद तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए हिंसा प्रभावित नूंह जिले (Nuh District) में इंटरनेट और SMS सेवा पर रोक लगा दी गई है। स्थिति सामान्य करने की कोशिश जारी है। अब सवाल उठने लगा है कि इस हिंसा का मास्टरमाइंड कौन है?
जिले की सीमाएं सील, 40 गाड़ियां फूंक दी
तनावपूर्ण हालात के मद्देनजर नूंह के उपायुक्त (Nuh Deputy Commissioner) ने सोमवार रात 8:30 बजे दोनों पक्षों की अहम बैठक बुलाई। बता दें, नूंह में 2 अगस्त तक इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं। हिंसा के कारण कई जगहों पर लोग फंसे हैं। शोभायात्रा पर पथराव से शुरू हुई हिंसा की आग में करीब 40 गाड़ियां फूंक दी गई। हिंसा को देखते हुए जिले की सीमाएं सील कर दी गई है। हालात को देखते हुए जिले में धारा- 144 लगा दी गई। हरियाणा पुलिस (Haryana Police) ने बताया कि, नूंह में भीड़ ने विश्व हिंदू परिषद (Vishwa Hindu Parishad) के जुलूस को रोकने की कोशिश की। इस दौरान एक होमगार्ड की गोली लगने से मौत हो गई, जबकि एक इंस्पेक्टर के पेट में गोली लगी है। एक डीएसपी के सिर पर गंभीर चोट आई है।
सोहना तक फैली हिंसा की आग
10 कर्मचारी मेदांता में भर्ती
मेवात में हुई हिंसा में कई लोगों के घायल होने की जानकारी मिली है। टीवी9 की खबर के अनुसार, गुरुग्राम स्थित मेदांता हॉस्पिटल (Medanta Hospital) में मेवात हिंसा में घायल 10 कर्मचारी लाए गए। इनमें होमगार्ड नीरज की मौत हो गई। इसके अतिरिक्त, इंस्पेक्टर अनिल, सीआईए सेक्टर- 40 के पेट में गोली लगी है। हिंसा का शिकार डीएसपी होडल (DSP Hodal) सज्जन के सिर पर चोट लगी है। इसके अलावा 5 अन्य सरकारी कर्मचारी जख्मी हुए हैं।
गृह मंत्री विज बोले- हिंसा को लेकर केंद्र से की बात
राज्य के गृह मंत्री अनिल विज (Anil Vij) ने इस मामले में कहा कि, 'इलाके में पर्याप्त संख्या में पुलिस बल तैनात किया जा रहा है। हमने इस मामले में केंद्र सरकार से भी बात की। हमारी कोशिश लगातार शांति बहाली की है। विज ने ये भी कहा कि, जहां-तहां लोग फंसे हैं। उनका रेस्क्यू किया जा रहा है। लोगों से शांति बहाल की अपील की जा रही है। फिलहाल इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई है।'
गुरुग्राम कमिश्नर की खास अपील
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कांग्रेस ने हिंसा को बताया CM खट्टर की नाकामी
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला (Randeep Surjewala) ने इस हिंसा को लेकर राज्य की खट्टर सरकार पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा, मेवात के नूंह, मानेसर और गुड़गांव से आ रही हिंसा, आगजनी, तोड़फोड़ तथा दंगे की खबरें अत्यंत चिंताजनक हैं। दिल दहलाने वाले वीडियो सामने आए हैं। ये सीधे-सीधे कानून-व्यवस्था की नाकामी है। मनोहर लाल खट्टर सरकार की नाकामी का नतीजा है।' उन्होंने कहा, बीजेपी-जजपा सरकार ने प्रदेश को पहले जातीय दंगों (caste riots) की आग में धकेला और अब धार्मिक दंगों (Religious Riots) की ज्वाला में हरियाणा का अमन-चैन झुलसाया जा रहा है। आजादी के 75 साल में पहली बार हरियाणा की धार्मिक दंगों की भेंट चढ़ाने की साजिश हो रही है। कांग्रेस नेता ने कहा, ये शान्तिप्रिय हरियाणा के इतिहास में काला दिन है।'
क्या मोनू मानेसर के वीडियो से भड़की हिंसा?
ए.बी.ए. सवाल उठा रहा है कि क्या मोनू मानेसर (Monu Manesar) के वीडियो से हिंसा भड़की। मोनू मानेसर खुद को कथित गो-रक्षक बताता है। वह राजस्थान के भरतपुर में नासिर-जुनैद हत्याकांड (Nasir-Junaid murder case) का आरोपी भी है। इस केस में वो वांटेड चल रहा है। राजस्थान पुलिस उसकी तलाश में जुटी है। फ़िलहाल वह फरार है। लेकिन, मोनू ने हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी किया था। उसने फेसबुक लाइव में खुलेआम शोभा यात्रा में शामिल होने की चुनौती दी थी। साथ ही, ऐलान करते हुए लोगों को भारी संख्या में यात्रा में पहुंचने की अपील की थी। जिसके बाद स्थानीय मुस्लिम पक्ष ने इसका विरोध किया। कुछ मुस्लिम युवकों ने कहा था कि ये यात्रा हर साल निकलती है, उन्हें इससे परहेज नहीं है। लेकिन, मोनू मानेसर आया तो उसका विरोध करेंगे। मन जा रहा है मोनू के आने की आशंका के मद्देनजर हिंसा भड़की है।
कौन है हिंसा का मास्टरमाइंड?
मेवात, नूंह, सोहना में हुई हिंसा का मास्टरमाइंड आखिर है कौन? वो कहां छुपा है? सरकार उसकी तलाश में जुटी है। उपद्रवियों ने शोभायात्रा के दौरान सड़क किनारे खड़ी कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया। कुछ लोगों ने गाड़ी को पलट दिया और तोड़फोड़ की। हिंसा वाले इलाके की कई तस्वीरों-वीडियो के जरिए मास्टरमाइंड से जुड़े सुराग तलाशे जा रहे हैं। हिंसा में कई पुलिस वाले भी घायल हुए हैं।