Nuh Violence: 'मैं ससुराल आ रहा हूं, जीजा का स्वागत नहीं करोगे...', मुस्लिमों से कहने वाला बिट्टू बजरंगी अरेस्ट
Nuh Violence: नूंह हिंसा का आरोपी बिट्टू बजरंगी फरीदाबाद से अरेस्ट हुआ है। नूंह में वीएचपी के ब्रज मंडल यात्रा से पहले बिट्टू ने सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट डाला था। पुलिस ने नूंह हिंसा की जांच के बाद ये गिरफ़्तारी की है।
Nuh Violence: हरियाणा के नूंह में हुई हिंसा के आरोपी बिट्टू बजरंगी (Bittu Bajrangi Arrest) को पुलिस ने उसके फरीदाबाद स्थित आवास से मंगलवार (15 अगस्त) को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने नूंह हिंसा मामले की जांच के बाद बिट्टू बजरंगी को अरेस्ट किया गया है। आपको याद होगा कि, विश्व हिन्दू परिषद (VHP) की ब्रज मंडल शोभायात्रा के दौरान हरियाणा के नूंह से हिंसा की शुरुआत हुई थी। हिंसा की आग तेजी से अन्य जिलों में भी फैली। देखते ही देखते साइबर सिटी गुरुग्राम, तावडू सहित अन्य इलाकों को अपनी चपेट में ले लिया। बिट्टू बजरंगी पर भड़काऊ भाषण का आरोप लगा है।
बिट्टू बजरंगी गौ रक्षक बजरंग दल (Gau Rakshak Bajrang Dal) के फरीदाबाद इकाई के प्रमुख हैं। मुस्लिम पक्ष का आरोप था कि, हिंसा के दौरान बिट्टू बजरंगी ने भड़काऊ भाषण दिया था।
पहले भी हो चुकी है गिरफ्तारी
बिट्टू बजरंगी (Bittu Bajrangi News) पर आरोप है कि उसने मेवात के मुसलमानों से कहा था कि 'मैं ससुराल आ रहा हूं, अपने जीजा का स्वागत नहीं करोगे क्या?' फरीदाबाद पुलिस बजरंगी को पहले भी गिरफ्तार कर चुकी है। विश्व हिंदू परिषद की शोभायात्रा पर पथराव के बाद नूंह में भीषण हिंसा शुरू हुई थी। सैकड़ों गाड़ियां उपद्रवियों ने फूंक दिए थे। कई लोगों की भी जान गई। थी
वायरल वीडियो में क्या कहा था बिट्टू बजरंगी ने?
दरअसल, नूंह में हुई हिंसा वाले दिन के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे। इसी में एक बिट्टू बजरंगी का भी वीडियो था। जिसमें कथित तौर पर कहता नजर आ रहा है, 'ये बोलेंगे कि बताया नहीं कि हम ससुराल आए और मुलाकात नहीं हुई। फूल-माला तैयार रखना, जीजा आ रहे हैं। बिल्कुल 150 गाड़ियां हैं।'
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कब हुई थी नूंह हिंसा?
विश्व हिंदू परिषद की ब्रज मंडल शोभायात्रा 31 जुलाई को निकली थी। जिस पर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने हमला कर दिया था। पत्थरबाजी से शुरू हुई हिंसा, आगजनी, पेट्रोल बम होते हुए गोलीबारी तक पहुंच गई थी। कई लोगों की मौत भी हुई। पुलिस वालों की भी जान गई थी। मुस्लिम पक्ष की तरफ से हमले के बाद नूंह में हिंसा का दौर शुरू हुआ था। बाद में इस हिंसा की आग गुरुग्राम सहित कई इलाकों में फैल गई थी। हिंसाग्रस्त क्षेत्र में दो होमगार्ड सहित 6 लोगों की जान चली गई थी। हिंसा के बाद स्थिति इतनी बिगड़ गई थी कि नूंह में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं 13 अगस्त तक बंद कर दी गई थी।