Coromandel Express Accident: बिजली का करंट भी बना तमाम लोगों की मौत की वजह, 40 शवों पर नहीं मिला चोट का एक भी निशान

Odisha Coromandel Express Accident: रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे एक पुलिस अफसर ने खुलासा किया है कि हादसे का शिकार हुए 40 लोगों के शवों पर चोट का एक भी निशान नहीं मिला है।

Update:2023-06-06 14:12 IST
Odisha Coromandel Express Accident (photo: social media)

Odisha Coromandel Express Accident: बालासोर में हुए भीषण रेल हादसे ने पूरे देश को झकझोर दिया है। इस हादसे का शिकार हुए लोगों के शवों की शिनाख्त का काम अभी भी चल रहा है मगर तमाम शवों के क्षत-विक्षत हो जाने के कारण अब तक सिर्फ 170 शवों की शिनाख्त की जा सकी है। अभी भी काफी संख्या में लोग अपने परिजनों के शवों की तलाश में इधर से उधर भटक रहे हैं। इस बीच रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे एक पुलिस अफसर ने खुलासा किया है कि हादसे का शिकार हुए 40 लोगों के शवों पर चोट का एक भी निशान नहीं मिला है।

माना जा रहा है कि इन यात्रियों की मौत बिजली का करंट लगने से हुई है। पुलिस अधिकारी ने कहा कि शवों पर चोटों का कोई निशान न मिलने के कारण संभव है कि इन यात्रियों की मौत करंट लगने से हुई हो। जानकारों के मुताबिक हादसे के दौरान कोरोमंडल एक्सप्रेस पर ओवरहेड केबल गिर गई थी जिससे ट्रेन में करंट फैल गया। इस करंट ने ही कोरोमंडल एक्सप्रेस में सवार तमाम लोगों की जान ले ली। इसी कारण कोई भी चोट न लगने पर भी इन रेल यात्रियों ने दम तोड़ दिया।

एफआईआर में भी बोगी में करंट फैलने का जिक्र

बालासोर में हुए ट्रेन हादसे के संबंध में जीआरपी की ओर से एफआईआर भी दर्ज की गई है। इस एफआईआर में भी ट्रेन की बोगी में करंट फैलने का जिक्र किया गया है। जीआरपी का कहना है कि बहुत सारे यात्रियों की मौत करंट लगने और टकराव के कारण हुई। एफआईआर में इस बात का जिक्र किया गया है कि ट्रेन के ऊपर लो टेंशन लाइन का तार गिरने के कारण बोगी में करंट फैल गया था और कोरोमंडल एक्सप्रेस के तमाम यात्री इस करंट की चपेट में आ गए।

ट्रेन हादसा स्थल पर जांच-पड़ताल के काम में जुटे जानकारों का मानना है कि कोरोमंडल एक्सप्रेस के बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस से टकराने के बाद ओवरहेड केबल टूटने की आशंका है। उन्होंने कहा कि इस केबल के कारण ही कोरोमंडल एक्सप्रेस की बोगी में करंट फैल गया। घटनास्थल पर रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि हादसे के बाद तमाम लोगों के शव क्षत-विक्षत स्थिति में मिले हैं मगर इसके साथ ही 40 लोग ऐसे भी हैं जिन पर चोटों का एक भी निशान नहीं है। ऐसे में इन लोगों के बिजली का करंट का शिकार बनने की आशंका है।

इस कारण हुई तमाम यात्रियों की मौत

रेलवे से जुड़े वरिष्ठ लोग भी बोगी में करंट फैलने की आशंका जता रहे हैं। ईस्ट कोस्ट रेलवे के चीफ ऑपरेशन पद से रिटायर हुए पूर्णचंद्र मिश्रा ने भी इस बात की आशंका जताई है। उन्होंने कहा कि केवल के बोगी से टच होने के बाद करंट फैलने की आशंका है। उन्होंने कहा कि इस बात की प्रबल संभावना है कि तमाम यात्री उस बोगी में रहे हो जिस बोगी में करंट फैल गया।

भीषण करंट की वजह से तमाम यात्रियों की मौत कुछ सेकंड में ही हो गई। जीआरपी की ओर से इस मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। यह एफआईआर धारा 304 ए के तहत दर्ज की गई है। इस मामले में अज्ञात के खिलाफ लापरवाही का केस दर्ज किया गया है।

सीबीआई की टीम करेगी आज दौरा

इस बीच सीबीआई ने भी मामले की जांच पड़ताल का काम शुरू कर दिया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक सीबीआई के अफसर आज दुर्घटना स्थल का दौरा करेंगे। गृह मंत्रालय की ओर से राज्य सरकार को भी इस बाबत सूचना दी गई है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक इस हादसे में 275 लोगों की मौत हुई है मगर अभी तक 101 शवों की शिनाख्त नहीं हो सकी है।

अपने परिजनों के शवों की तलाश में लोग इधर से उधर भटक रहे हैं। शवों की शिनाख्त के लिए डीएनए टेस्ट की मदद भी ली जा रही है। शनिवार को बिहार के भागलपुर के दो अलग-अलग परिवारों के लोगों ने एक शव को अपने परिजन का बताया। इस कारण संदिग्ध मामलों में शवों को सौंपने से पहले डीएनए नमूने लिए जा रहे हैं।शवों के क्षत-विक्षत हो जाने के कारण शिनाख्त में काफी मुश्किलें हो रही हैं।

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