ऑपरेशन जिंजर : जब 3 पाक सैनिकों के सिर काट लाई थी सेना.......दोहरा दो इतिहास
नई दिल्ली : पिछले कुछ समय से सर्जिकल स्ट्राइक नाम का ये शब्द देश का हर एक बच्चा जान गया है। ऐसा नहीं है, कि बीजेपी सरकार आने के बाद पहली बार सर्जिकल स्ट्राइक हुई हो। सर्जिकल स्ट्राइक पहले भी होती रही है, और आगे भी होती रहेगी। इसके साथ ही जब भी हमारे सैनिक शहीद होते हैं, तो दुश्मनों को घर में घुस कर मारने की मांग उठती है। ऐसे में हम आपको बता रहे हैं, कि कैसे हमारे जांबाज सैनिकों ने पाकिस्तान में घुस उनके कई सैनिकों के सिर कलम किये और बदला लिया।
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रिपोर्ट्स के मुताबिक पाकिस्तान बॉर्डर ऐक्शन टीम (बैट) ने 30 जुलाई 2011 को कुपवाड़ा के गुगलधर में गश्त के दौरान राजपूत और कुमाऊं रेजिमेंट के सैनिकों पर घात लगा हमला किया। पाक सैनिकों ने दरिंदगी दिखाते हुए हवलदार जयपाल सिंह अधिकारी और लांस नायक देवेंद्र सिंह का सिर धड़ से अलग किया और अपने साथ ले गए।
इस अमानवीय घटना का बदला लेने के लिए हिन्दुस्तानी सेना ने 'ऑपरेशन जिंजर' को पाक की जमीं पर अंजाम देने का प्लान बनाया। रिपोर्ट्स के अनुसार हमले का बदला लेने के लिए सेना ने लिए 25 पैरा कमांडो की तीन टीम बनाई। 30 अगस्त दिन मंगलवार को 'ऑपरेशन जिंजर' के लिए चुना गया।
दिन 29 अगस्त समय सुबह के तीन बजे स्थान लॉन्चिंग पैड! सभी सैनिक यहाँ एक साथ मौजूद थे और रात होने का इंतजार कर रहे थे, रात 10 बजे सभी ने एलओसी पार की, इसके बाद सभी अलग हो गए। 30 अगस्त की सुबह 4 बजे का समय हमले के लिए निर्धारित था। तीन पाक चौकियों पर कमांडों छुपते हुए पहुचें और वहां बारूदी सुरंगें बिछाई। इसके बाद सुबह 7 बजे कमांडोज ने एक जेसीओ और 4 पाक सैनिकों को लक्ष्य की तरफ बढ़ते देखा। इसके बाद एक के बाद एक माइंस को उड़ाया गया। इस हमले में चारों घायल हुए। हिन्दुस्तानी कमांडोज ने इसके बाद 3 पाकिस्तानी सैनिकों के सिर कलम किये और लाशों के नीचे विस्फोटक बिछा लौट आए।