Letter to PM Modi: विपक्ष के 9 नेताओं ने PM मोदी को लिखी चिट्ठी, जानें खत में क्या लिखा

Letter to PM Modi: विपक्ष के 9 नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिठ्ठी लिखी है। जिसमें कहा गया है कि ईडी और सीबीआई जैसी एजेंसियां का दुरुपयोग किया जा रहा है।

Written By :  Jugul Kishor
Update:2023-03-05 10:31 IST

पीएम नरेंद्र मोदी (Pic: Social Media)

Letter to PM Modi: विपक्षी दलों ने प्रधानमंत्री को चिठ्ठी लिखकर केंद्रीय जांच एजेंसियों के दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है। विपक्ष के 9 नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिठ्ठी लिखी है। जिसमें कहा गया है कि ईडी और सीबीआई जैसी एजेंसियां का दुरुपयोग किया जा रहा है। विपक्षी नेताओं ने कहा है कि केंद्र सरकार के द्वारा विभिन्न दलों के प्रमुख नेताओं को निशाना बनाकर जांच एजेंसियों के दुरुपयोग किया जा रहा है।

इन नेताओं ने पीएम मोदी को लिखा चिठ्ठी 

जिन 9 नेताओं ने पीएम मोदी को चिठ्ठी लिखी है, उसमें पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पंजाब के सीएम भगवंत मान, तेलंगाना के सीएम चंद्रशेखर राव, यूपी के पूर्व सीएम सपा प्रमुख अखिलेश यादव, बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव, एनसीपी चीफ शऱद पवार, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला शामिल हैं।

  जानें विपक्ष के नेताओं ने चिठ्ठी में क्या लिखा?

पीएम को लिखी गयी चिठ्ठी में लिखा गया है कि प्रधानमंत्री मोदी जी हमें उम्मीद है कि आप इस बात से सहमत होंगे कि भारत एक लोकतांत्रिक देश हैं। विपक्ष के नेताओं के खिलाफ लगातार केंद्रीय एजेंसियों सीबीआई और ईडी की कार्रवाई ये बता रही है कि देश में निरंकुश तंत्र की स्थापना हो रही है। चिठ्ठी में आगे लिखा गया कि 26 फरवरी 2023 को दिल्ली के पूर्व मंत्री मनीष सिसोदिया को सीबीआई के द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया। उनके खिलाफ लगाये गये आरोपों में कोई दम नहीं है। ये सब एक साजिश के तहत किया गया है। मनीष सिसोदिया की गिरफ्तार से पूरे देश के लोगों में गुस्सा है। सिसोदिया ने दिल्ली के सरकारी स्कूलों में सुधार लाने के लिए अपनी एक अलग पहचान बनायी है।


देश में 2014 के बाद से केंद्रीय एजेंसियों के द्वारा जितने भी नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की गयी है। उसमें ज्यादातार विपक्ष के नेता शामिल हैं। इसके अलावा जो नेता बीजेपी में शामिल हो गये। उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाती है।


चिठ्ठी में लिखा गया कि 2014-2015 में पूर्व कांग्रेसी असम के वर्तमान मुख्यमंत्री हिमंत विस्वा सरमा की सीबीआई ने जांच की थी। लेकिन जब से वह भाजपा में शामिल हो गये। उसके बाद उनके खिलाफ कोई कार्रवाई और जांच नहीं हुई। इसी तरह टीएमसी के पूर्व नेता शुभेंदु अधिकारी और मकुल रॉय नारद स्टिंग ऑपरेश में सीबीआई और ईडी की जांच के दायरे में चल रहे थे लेकिन भाजपा में शामिल होने के बाद कोई जांच नहं की गयी।  

Tags:    

Similar News