नेवी ने भारत में बने पहले फाइटर प्लेन तेजस को किया रिजेक्ट, बताई ये वजह

Update: 2016-12-03 04:58 GMT

नई दिल्ली: भारत में बने पहले फाइटर प्लेन तेजस को नेवी ने रिजेक्ट कर दिया है। नेवी का कहना है कि इसका वजन ज्यादा है इससे एयरक्राफ्ट कैरियर से इसके टेक ऑफ और लैंडिंग में दिक्कत आती है।। इसी साल तेजस को इसी साल एयरफोर्स में शामिल किया गया था। नेवी ने 5-6 साल में इसका ऑप्शन तलाशने के बारे में सोचना शुरू कर दिया है।

- एक न्यूज एजेंसी के मुताबिक, नेवी चीफ एडमिरल सुनील लांबा ने कहा है कि "सिंगल इंजन वाला तेजस फुल टैंक फ्यूल भरने और हथियारों से लैस होने के बाद बहुत भारी हो जाता है। ऐसे में एयरक्राफ्ट कैरियर से इसके टेक ऑफ और लैंडिंग में दिक्कत आती है।'

इसी साल एयरफोर्स में शमिल हुआ है तेजस

-स्वदेशी तकनीक वाला पहला फाइटर प्लेन तेजस इसी साल एयरफोर्स में शमिल किया गया है।

-हाल ही में शामिल हुआ भारतीय वायु सेना में जो कि 50 हजार फीट तक की उड़ान भर सकता है।

-दुश्मन पर हमला करने के लिए इसमें हवा में मार करने वाली डर्बी मिसाइल लगी है ।

-यही नहीं जमीन पर निशाने लगाने के लिए आधुनिक लेजर गाइडेड बम भी लगे हुए हैं।

-यह पुराने मिग 21 से कहीं ज्यादा आगे है।

-यह चीन और पाकिस्तान के साक्षा उपक्रम से बने जेएफ-17 से कहीं ज्यादा बेहतर है।

-तेजस का फ्लाइट कंट्रोल सिस्टम जबरदस्त है और कलाबाजी में इसका कोई सानी नहीं है।

यह भी पढ़ें... इंडियन एयर फोर्स के ये 10 सबसे ताकतवर हथियार, जानें कैसे छुड़ाते हैं दुश्मन के छक्के

Tags:    

Similar News