नई दिल्ली: 94 साल की उम्र में महान इंडियन आर्टिस्ट पद्मविभूषण सैयद हैदर रजा (एस एच रजा) का शनिवार सुबह करीब 11 बजे लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। रजा पिछले दो महीनों से उम्र संबंधी बीमारियों से जूझ रहे थे और एक प्राइवेट हॉस्पिटल के आईसीयू में एडमिट थे। रजा की ज्यादातर पेंटिंग ऑयल या एक्रेलिक में बनी हैं।
कौन है एस एच रजा?
-एस एच रजा का जन्म मध्य प्रदेश के मंडला जिले में 22 फरवरी 1922 हुआ था।
-रजा ने 12 साल की उम्र में पेंटिंग सीखने की शुरुआत की थी।
-रजा ने फ्रांसिस न्यूटन सूजा और के.एच. आरा के साथ मिलकर साल 1947 में बॉम्बे प्रोग्रेसिव आर्टिस्ट्स ग्रुप बनाया।
-अक्टूबर 1950 में ही वे फ्रांस चले गए थे। वहां उन्हें फ्रांस सरकार की स्कॉलरशिप मिली थी।
-पेरिस में रहते हुए उन्होंने जेनाइन मोंगिलेट से 1959 में शादी की। वे पहले उनकी स्टूडेंट थीं।
-साल 2002 में पत्नी के निधन के बाद रजा साल 2011 में वापस भारत लौट आए।
16.42 करोड़ में बिकी थी पेंटिंग
-। जून 2010 उनकी एक पेंटिंग 'सौराष्ट्र' 16.42 करोड़ में बिकी थीं जो खासी चर्चा में रही।
-क्रिस्टी ऑक्शन हाउस ने उनकी इस पेंटिंग को खरीदा था।
-इसके बाद वे भारत के सबसे महंगे मॉडर्न आर्टिस्ट्स में से एक बन गए।
मिले थे ये अवार्ड
-रजा को साल 1981 में पद्मश्री और ललित कला अकादमी की रत्न सदस्यता जैसे सम्मान मिले थे।
-रजा साल 1983 में ललित कला अकादमी के फैलो निर्वाचित हुए थे।
-रजा को साल 2007 में पद्मभूषण और साल 2013 में पद्मविभूषण अवार्ड से भी नवाजा गया था।
-2015 में ही उन्हें फ्रांस का सर्वोच्च नागरिक सम्मान द लिजियन ऑफ ऑनर मिला था।
-इस अवॉर्ड की शुरुआत 1802 में नेपोलियन बोनापार्ट के वक्त से शुरू हुई थी।