नई दिल्ली : जैसा की आपको पता है कि पिछले सोमवार जम्मू-कश्मीर के पुंछ इलाके में पाकिस्तानी सेना और आतंकियों दो सैनिकों को शहीद कर उनके सिर काट लिए थे। सूत्रों के मुताबिक पाक सेना और आतंकियों ने इसके लिए पहले से ही योजना बना ली थी। आपको जानकर हैरत होगी, कि जिस दिन ये घटना हुई उसके एक दिन पहले इस इलाके में पाकिस्तानी सैन्य प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा मौजूद थे। रविवार को बाजवा पीओके के हाजी पीर सेक्टर में थे। यहाँ वो काफी समय तक रहे।
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बाजवा पिछले रविवार दोपहर लगभग 12 बजे अपने दलबल के साथ हाजी पीर पहुचें, जबकि हमारे सैनिकों के साथ हुई बर्बरता सोमवार सुबह तक़रीबन 8.30 बजे हुई। गौरतलब है कि हाजी पीर से कृष्णा घाटी की दूरी 30-32 किमी ही होगी। विश्वस्त सूत्रों के मुताबिक बाजवा के निर्देश पर ही इस घटना को अंजाम दिया गया है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें, पुंछ में कृष्णा घाटी में गत सोमवार पाक सेना ने सीजफायर का उल्लंघन कर गोलीबारी की जिसमें हमारे 2 जवान शहीद हुए और एक घायल हुआ।
पाकिस्तान ने सुबह हमला शुरू किया। ये हमला रॉकेट और बड़े हथियारों से किया गया, हमले की खबर मिलने पर बीएसएफ और सेना के कुछ जवान सर्च के लिए निकले। उन्हें अंदेशा था कि कहीं ऐसा तो नहीं की पाक सेना ने इस हमले के जरिए आतंकियों को सीमा पार कराई हो। इसी सर्च ऑपरेशन के दौरान कुछ सैनिक आगे निकल गए। वहां छुपे बैठे पाकिस्तानी बार्डर एक्शन टीम और आतंकियों ने सैनिकों को गोली मार उनके सिर काट लिए।
आपको बता दें, गर्मियों के समय जब ऊँचे पहाड़ों पर बर्फ पिघलने लगती है। तब पाक सेना ऐसे ही कवर फायर कर आतंकियों को सीमा पार कराती है, जो देश में दहशत फैलाते हैं।