बड़े हमलों का प्लान! पाकिस्तान ने इस आंतकी संगठन से मिलाया हाथ
जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाने के बाद देश की खुफिया एजेंसी इंटेलीजेंस ब्यूरो ने दिल्ली पुलीस को एनसीआर में एक बड़े आतंकवादी का अलर्ट जारी किया है।
जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाने के बाद देश की खुफिया एजेंसी इंटेलीजेंस ब्यूरो ने दिल्ली पुलीस को एनसीआर में एक बड़े आतंकवादी का अलर्ट जारी किया है। इंटेलीजेंस ब्यूरो (IB) की एक सीक्रेट रिपोर्ट में बताया गया है कि जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा का सच सबके सामने आने के बाद अब पाकिस्तान की आईएसआई एक नए आतंकी संगठन (अल-उमर-मोहम्मद) को आगे बढ़ाने में जुटा है और यह संगठन घाटी से बाहर बड़े आतंकवादी हमले करने के लिए समर्थ है।
मुश्ताक अहमद जरगर है आतंकी संगठन अल-उमर-मोहम्मद का मुखिया-
वहीं आतंकवादी मुश्ताक अहमद जरगर इस आतंकी संगठन अल-उमर-मोहम्मद का मुखिया है। जिसके मॉड्यूल ने त्रीनगर के निकट अनंतनाग में इसी साल जून में आतंकवादी हमला किया था। जिसमें सीआरपीएफ के 5 जवान शहीद हो गए थें। साथ ही आईबी के रिपोर्ट में बताया गया है कि मुश्ताक जरगर संगठन के लोगों के साथ मिलकर जम्मू-कश्मीर और भारत के अलग-अलग हिस्सों में आतंकी हमले कराना चाहता है। जिसके लिए उसने जम्मू-कश्मीर और पाक अधिकृत कश्मीर के लड़कों को इस संगठन में भर्ती किया है।
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सुरक्षा के लिए कठोर कदम उठा रही दिल्ली पुलिस-
इसके साथ ही आईबी ने दिल्ली पुलिस को इस आंतकी हमले से सुरक्षा के लिए कठोर कदम उठाने के लिए कहा है। जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने पुरानी कार विक्रताओं, सिम कार्ड विक्रेताओं, साइबर कैफे और रसायन की दुकानों पर नजर रख रही है और इसके अलावा भी दिल्ली पुलिस ने अन्य कई गोपनीय कदम उठाए हैं। वहीं रिपोर्ट में बताया गया कि अल-उमर-मोहम्मद का मुख्य कार्यालय पाक अधिकृत कश्मीर के मुजफ्फराबाद में है। वहां ये आतंकी संगठन आईएसआई के निगरानी के अंदर एक आतंकी संगठन भी चलाता है।
कश्मीर मुद्दे को अंतर्राष्ट्रीय मुद्दा बनाना चाहता है पाकिस्तान-
IB ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि कश्मीर मुद्दे को अंतर्राष्ट्रीय मुद्दा बनाने के लिए पाकिस्तानी सरकार और उसकी सेना ISI के साथ मिलकर काम कर रही है। रिपोर्ट में इस्लामाबाद के एक गुप्त लक्ष्य के बारे बताया गया है कि, केवल भड़काऊ यानी आतंकवादी कार्रवाई करनी है, इनका इरादा अंतर्राष्ट्रीयकरण का है। घाटी के बाहर आतंकवादी हमलों को अंजाम देने के लिए ISI फिदायीन संगठनों को ट्रेनिंग दे रहा है। जिसमें अल-उमर-मोहम्मद संगठन प्रमुख है। साथ ही रिपोर्ट से जानकारी मिली है कि आर्टिकल 370 के हटाए जाने से पाकिस्तान सेना के प्रमुख कमर जावेद बाजवा ने ISI को आतंकी घटनाओं के लिए आतंकी संगठनों को इस्तेमाल करने के लिए खुली छूट दे दी है।
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इन तरीकों से कर सकते हैं आतंकी हमले-
आईबी ने जानकारी दी है कि ISI फिदायीन की मदद से आंतकी हमले की योजना को अंजाम दे सकता है। इसके लिए कोई मानव बम या फिर कोई भारी विस्फोटकों से भरा वाहन (VB-IED) भी हो सकता है। इसके साथ ही घाटी के बाहर भारत के अलग-अलग राज्यों में भारी गोलीबारी को भी आतंकवादी अंजाम दे सकते हैं। वही दिल्ली पुलिस के सूत्रों से पता चला है कि शीर्ष पुलिस अधिकारी सुरक्षा पर कड़ी नजर रखे हुए हैं। साथ ही संवेदनशील क्षेत्रों में अधिक सावधानी बरते हुए हैं।